वार्ड के दो चेहरे, एक चकाचक तो दूसरा बदहाल
सिल्क सिटी के वार्ड संख्या 14 के दो चेहरे हैं। एक चकाचक और सुविधासंपन्न है तो दूसरा बदहाल और गंदगी से पटा हुआ।
भागलपुर। सिल्क सिटी के वार्ड संख्या 14 के दो चेहरे हैं। एक चकाचक और सुविधासंपन्न है तो दूसरा बदहाल और गंदगी से पटा हुआ। वीआइपी इलाकों की ओर तो निगम के अधिकारी ध्यान देते हैं पर स्लम या सामान्य लोगों के इलाकों की ओर नहीं। लिहाजा वार्ड के बड़े हिस्से नाले खुले हुए हैं, कूड़ा सड़कों पर पसरा हुआ है।
हां, वीआइपी इलाके जैसे लालकोठी, उर्दू बाजार आदि की व्यवस्था ठीक है। यहां तकरीबन हर पोल पर स्ट्रील लाइट है। नालों की भी नियमित साफ-सफाई होती है। सड़कें भी चकाचक हैं। पर अन्य हिस्सों का हाल बुरा है। स्लम एरिया व रेलवे क्रॉसिंग के बगल के इलाके में जल जमाव की बड़ी समस्या है। जिससे लोगों को प्रतिदिन दो-चार होना पड़ रहा है।
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आधा-अधूरा किया काम
2009 में बिहार राज्य जल पर्षद ने उर्दू बाजार व बरईचक मोहल्ले में जहां-तहां 1000 फीट पाइप बिछाकर छोड़ दिया। आधा-अधूरा काम होने के कारण पड़ोस के वार्ड 16 की बो¨रग से कनेक्शन नहीं किया जा सका। वार्ड में डीप बो¨रग की सुविधा नहीं होने से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। 24 हजार की आबादी की वैकल्पिक व्यवस्था के सहारे प्यास बुझ रही है। चार प्याऊ और 14 चापाकल वार्ड की बड़ी आबादी की प्यास बुझाने में नाकाफी है। वार्ड 14 व 13 के सीमावर्ती क्षेत्र के लब्बु पासी लेन की एक हजार की आबादी को जलापूर्ति की सुविधा मिल पा रही है।
निविदा की प्रक्रिया में है बो¨रग
पार्षद के प्रयास से निगम ने चार माह पूर्व 85 लाख की लागत से बो¨रग व पाइप बिछाने की योजना बनाई। जो विभाग के स्तर पर निविदा की प्रकिया में है।
चार दशक से जलनिकासी की समस्या
वार्ड के बगल से गुजरने वाली एनएच 80 जलजमाव की गिरफ्त में है। लालकोठी से लेकर परबत्ती तक सड़क के दोनों ओर चार दशक से नाले का निर्माण नहीं हुआ है। जिसके कारण एमएम डिग्री कॉलेज व परबत्ती चौक पर जलनिकासी की समस्या बनी हुई है। पानी जमा होने के कारण लाखों रुपये से बनी सड़क चंद दिनों में ही खराब हो जाती है।
हालांकि पार्षद ने 25 लाख की लागत से मुख्यमंत्री कच्ची गली व नाली योजना से नाला निर्माण की योजना दी। पर एनएच विभाग की आपत्ति के कारण नगर निगम ने एक माह पूर्व योजना को खटाई में डाल दिया।
स्कूली बच्चों को परेशानी
सड़क पर बहते नाले के पानी की वजह से स्कूल व कॉलेज के छात्रों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। लिहाजा बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए परिजन को उनके साथ आना पड़ता है।
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स्लम बस्ती की नहीं बदली सूरत
वार्ड के स्लम क्षेत्र नयाटोला परबत्ती के करीब एक हजार लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। पेयजल के लिए दो चापाकल पर लोग आश्रित हैं। प्याऊ है पर सिर्फ देखने के लिए। एक माह से खराब पड़ा हुआ है। तमाम योजनाओं के बाद भी यहां के लोग खुले में शौच को मजबूर हैं। 40 फीसद आबादी शौचालय की सुविधा से वंचित है। अधिकतर वेपर लाइट खराब पड़े हुए हैं।
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बेनाम कार्ड ने छीन लिया राशन
वार्ड में खाद्य आपूर्ति योजना के लाभ से 1500 परिवार वंचित है। करीब 650 लोगों को इस सुविधा से बाहर रखा गया है। जाति, आर्थिक जनगणना के सर्वे के आधार पर पीएचएच कार्ड लोगों को उपलब्ध कराया गया था। लेकिन 450 ऐसे परिवार हैं जिनके ईभी रजिस्ट्रर व कार्ड में सिर्फ गृह संख्या व क्रमांक का ही उल्लेख है। लाभुक का नाम नहीं है। इसके कारण इन परिवारों को अनाज का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
पेयजल से वंचित वार्ड
उर्दू बाजार का कुछ हिस्सा, बरईचक, रेकाबगंज, असानंदपुर नया टोला, असानंदपुर शिया टोला, नौवाटोली, नयाटोला परबत्ती, लालकोठी व मॉडल कॉलोनी।
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हाइलाइटर्स :-
- 04 दशक से लालकोठी से परबत्ती तक सड़क के दोनों ओर नहीं हुआ नाले का निर्माण
- 1000 फीट तक पाइप बिछाकर छोड़ दिया
- 1500 परिवार खाद्य आपूर्ति योजना के लाभ से हैं वंचित
- 650 लोगों को इस सुविधा से रखा गया है बाहर
- 450 ऐसे परिवार हैं जिनके ईभी रजिस्ट्रर व कार्ड में सिर्फ गृह संख्या व क्रमांक का उल्लेख है नाम का नहीं
जानें अपने वार्ड को
पूरब : उर्दू बाजार ठाकुरबाड़ी
पश्चिम : नयाटोला परबत्ती
दक्षिण : रेलवे लाइन
उत्तर : रेकाबगंज
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वार्ड का परिचय :
मतदाता : 6800
आबादी : 25 हजार
होल्डिंग : 1280
लेन : 20
पेंशन : 1050
बीपीएल : 565
अंत्योदय : 137
पीएचएच : 550
स्लम : एक
प्याऊ : चार
चापाकल : 14 में से तीन खराब
विद्यालय : प्राथमिक एक, मध्य दो, गर्ल हाई स्कूल एक, डिग्री कॉलेज एक
आंगनबाड़ी : चार
रोशनी : वेपर 150 व सीएफएल 15
शौचालय निर्माण : 270
आवास योजना : 28
कूड़ेदान : 42
सफाई मजदूर : 12
सड़क व नाला निर्माण : 50
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लोगों की प्रतिक्रिया :-
पेयजल की समस्या का निदान अब तक नहीं हो पाया है। आसपास के वार्ड से पानी लाना पड़ रहा है।
- मो. आरिफ अली
असानंदपुर नया टोला के चार-पांच घरों के निजी बो¨रग से लोगों की प्यास बुझ रही है। यहां के पांच सौ लोग जलापूर्ति योजना से वंचित हैं।
- मो. सरफराजउद्दीन
नौवाटोली में जलजमाव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा था। गुजारिश के बाद भी किसी ने नहीं सुनी तो स्थानीय लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा था। तब जाकर नाले का निर्माण हुआ।
- मो. शाहिद हुसैन
नयाटोला परबत्ती स्लम क्षेत्र है। यहां मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। जलनिकासी की समस्या का निदान नहीं हो पाने से लोगों को प्रतिदिन परेशानी होती है।
- गोपाल दास
मोहल्ले में पाइप लाइन नहीं पहुंची है। सार्वजनिक चापाकल ही सहारा है। गरीबों के पास इतनी राशि नहीं है कि वे अपने-अपने घरों में चापाकल लगावा सकें।
- विनोद कुमार
मोहल्ले में पक्की नाला का निर्माण नहीं कराया गया है। इसके कारण लोगों के घरों में जलजमाव की समस्या बनी रहती है। रेलवे भंवरा में जलजमाव होने से आवागमन में परेशानी होती है।
- कुंदन देवी
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बोले पार्षद :-
पाइप तो बिछाई गई पर बो¨रग नहीं बना। लिहाजा लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। हर चौक-चौराहों पर हाइमाइट लगाया जाना था, लेकिन व्यवस्था में कमी रह गई। वार्ड की 90 फीसद गलियों का पक्कीकरण किया गया है।
- मो. अबरार हुसैन, वार्ड पार्षद