जॉंडिस रोग से लोग होने लगे पीड़ित
भागलपुर। बच्चे और वयस्क अब जॉंडिस से भी पीड़ित होने लगे हैं। गर्मी और बरसात के दिनों में
भागलपुर। बच्चे और वयस्क अब जॉंडिस से भी पीड़ित होने लगे हैं। गर्मी और बरसात के दिनों में लोग जॉंडिस से पीड़ित होते हैं। अस्पताल और क्लिनिकों में जॉंडिस पीड़ितों की संख्या भी बढ़ी है। डॉ. विनय झा के मुताबिक प्रतिदिन चार से पांच मरीज इलाज करवाने आ रहे हैं।
दूषित पानी पीने से होता है जॉंडिस
दूषित पानी और कच्ची सब्जियों के खाने से जॉंडिस होने की संभावना रहती है। हेपेटाइटिस वायरस से जॉंडिस रोग होता है। वायरस लीवर की कोशिकाओं को रोगग्रस्त कर देता है। लीवर में सूजन हो जाता है। धीरे-धीरे वायरस पूरे शरीर में फैल जाता है। जिससे पित्त की मात्रा बढ़ जाती है।
जॉंडिस रोग के लक्षण
वायरस शरीर में प्रवेश करते ही वह लीवर को प्रभावित करने लगता है। मरीज में जॉंडिस का लक्षण एक माह के बाद आता है। इनमें भूख नहीं लगना, पेशाब पीला होना, नाखून पीला होना, शरीर की त्वचा का पीला होना, कब्ज रहना, सिरदर्द करना, 100 डिग्री से ज्यादा बुखार होना, कमजोरी होना, उल्टी होना आदि लक्षणों में शामिल है।
सावधानी बरतें
जॉंडिस के मरीज को खुले मे शौच नहीं कराना चाहिए। इससे स्वस्थ व्यक्ति भी हेपेटाइटिस वायरस से पीड़ित हो सकता है। जॉंडिस होने पर तैलीय और मिर्च-मसाला युक्त खाद्य पदार्थ नहीं खाए। मरीज को आराम करना अति आवश्यक है। उबला हुआ खाद्य सामग्री खाएं।
दूषित पानी नहीं पीएं
ज्यादातर जॉंडिस होने की वजह दूषित पानी पीना है। खासकर बरसात के मौसम में पानी दूषित होता है। पानी उबाल कर ठंडा कर पीएं।