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जियाउद्दीनपुर चौका गांव के पास गंगा में तेज हुई कटाव

भागलपुर। सबौर प्रखंड के जियाउद्दीनपुर चौका गांव के पास बुधवार की दोपहर गंगा में कटाव तेज

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 03:25 AM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 03:25 AM (IST)
जियाउद्दीनपुर चौका गांव के पास गंगा में तेज हुई कटाव

भागलपुर। सबौर प्रखंड के जियाउद्दीनपुर चौका गांव के पास बुधवार की दोपहर गंगा में कटाव तेज हो जाने से देखते ही देखते पूर्वी छोर पर 80 मीटर बोल्डर पीचिंग गंगा में समा गया। वहां गंगा की विनाश लीला को देख गांव के लोगों में दहशत व्याप्त था। नजर के सामने सब्जी फसल लगी खेतों को कटते देख लोग छाती पीट रहे थे।

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बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार ने बताया कि कटाव स्थल पर जगह नहीं होने की वजह से अब वहां फ्लड फाइटिंग का काम भी नहीं किया जा सकता है।

स्थिति की भयावहता को देख लोग दहशत हैं। ग्रामीणों ने डर से रतजगा करना शुरू कर दिया है। देर शाम तक वहां करीब दो बीघा जमीन गंगा में समा जाने की खबर है।

गांव को छोड़ इंजीनियरिंग कॉलेज को बचाने में लगे हैं अभियंता

भागलपुर : ग्रामीण अशोक मंडल, उदय एवं परमानंद ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता गांव के पास कटाव होने की सूचना पर भी ध्यान नहीं देते है। उनका ध्यान सिर्फ इंजीनियरिंग कॉलेज को बचाने में लगी है। जिसका नतीजा है कि गांव के पास कटाव तेज हो गया है। लोग दहशत में जीने को विवश हैं। अब गंगा गांव से महज पांच मीटर दूर रह गई है। कटाव करीब 50 मीटर नीचे से हो रहा है। विभाग की लापरवाही से ऐसी स्थिति बन रही है कि गांव कभी भी गंगा में विलीन हो सकता है।

तीन लाख प्रतिदिन खर्च, फिर भी कटाव जारी

भागलपुर : इंजीनियरिंग कॉलेज के पश्चिमी छोर जीरो प्वाइंट से जियाउद्दीनपुर चौका गांव पूर्वी छोर 1080 मीटर तक कटाव को रोकने के लिए फ्लड फाइटिंग के नाम पर प्रतिदिन तीन लाख रुपये से भी अधिक खर्च हो रहा है। सैंकड़ों मजूदरों के माध्यम से कटाव स्थल की पाइकिंग के लिए बालू-मिट्टी से भरे बोरे जैसे-तैसे डाले जा रहे हैं फिर भी कटाव नहीं रुप रहा है। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि शून्य से 1000 मीटर तक की स्थिति अभी नियंत्रण में हैं।

इंजी. कॉलेज : कटाव से छात्रावास 12 मीटर दूर

भागलपुर : भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्रावास अब गंगा कटाव से महज 12 मीटर दूर रह गया है। स्थिति की भयावहता को देख छात्रों में डर समाया हुआ है। प्रमंडलीय आयुक्त सह संस्थान के शासी निकाय अजय कुमार चौधरी ने भी बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को इंजीनियरिंग कॉलेज साइट पर कटाव को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है। बता दे कि संस्थान का चार छात्रावास गंगा के किनारे स्थित है। जबकि चार माह पूर्व वहां करीब 6.62 करोड़ की लागत से बोल्डर पीचिंग द्वारा कटाव निरोधी कार्य किया गया था।

गंगा में समा रहा डीपीएस की बाउंड्री

भागलपुर : जियाउद्दीनपुर से रजंदीपुर तक कटाव तेज हो जाने से डीपीएस की बाउंड्री भी गंगा में समाने लगा है। हालांकि स्कूल प्रबंधन द्वारा वहां बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। सूत्रों के प्राप्त जानकारी के अनुसार फ्लड फाइटिंग के लिए करीब 50 से अधिक मजदूर दिनरात काम कर रहे हैं। कटाव स्थल की पैकिंग के लिए इसी बैग में बालू भर कर डाला जा रहा है। आसपास के ग्रामीणों ने भी स्कूल की बाउंड्री कटने की सूचना दी है। इस संबंध में स्कूल की प्राचार्या से संपर्क साधने का बार-बार प्रयास किया लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।

आपदा के विशेष कार्य पदाधिकारी ने कटाव का लिया जायजा

भागलपुर : आपदा प्रबंधन विभाग पटना से आए विशेष कार्य पदाधिकारी राज पांडेय ने इंजीनियरिंग कॉलेज साइट पर हुए कटाव निरोधी कार्य एवं बाढ़ का जायजा लिया। मौके पर उन्होंने बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता तुषार शेखर को कई आवश्यक निर्देश दिए और स्थिति को नियंत्रण में रखने की बात कही।

गंगा खतरे के निशान से 960 मीटर दूर

-आज से बढ़ेगा जलस्तर

भागलपुर : केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार भागलपुर में गंगा खतरे के निशान से अब महज 960 सेंटीमीटर दूर रह गई है। पूर्वानुमान में गुरूवार से जलस्तर में वृद्धि का संकेत दिया गया है।

बहरहाल गंगा का जलसतर 32.720 मीटर है, जबकि खतरा का निशान 33.680 मीटर है। जिले सुल्तानगंज से लेकर पीरपैंती का दियारा क्षेत्र बीते 15 दिनों से बाढ़ के चपेट में है। कई गांव पानी से घिर जाने के कारण टापू बना हुआ है। लोगों को रोजमर्रे के लिए जान जोखिम में डाल निजी नाव से आवाजाही करनी पड़ रही है। लेकिन अब तक कही सरकारी नाव नहीं चलवाया जा रहा है।


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