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नामांकन के नाम पर अवैध वसूली

भागलपुर । तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग में रिस

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 03:25 AM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 03:25 AM (IST)
नामांकन के नाम पर अवैध वसूली

भागलपुर । तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग में रिसर्च मैथोलॉजी के छात्रों से विभाग द्वारा ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं। रेगुलेशन 2009 के अनुसार और राजभवन के आदेश से मैथोलॉजजी कक्षा के लिए निर्धारित दो हजार से ज्यादा कोई भी विभाग नहीं ले सकता है। किंतु छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधा के नाम पर पांच सौ रूपए ज्याद वसूले जा रहे थे। कुछ छात्रों ने इसकी शिकायत कुलपति को भी की है।

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नियम दो हजार वसूले गए 25 सौ

पीजी राजनीति विज्ञान विभाग में रिसर्च मैथोलॉजी कक्षा में नामांकन के लिए छात्रों से विभाग के खाते में 25 सौ रूपए जमा कराए जा रहे थे। विभाग में दर्जनों छात्रों ने मैथोलॉजी कक्षा में नामांकन 25 सौ रूपए देकर कराया है। इसके लिए छात्रों को विभाग से रसीद भी उपलब्ध करायी है। निर्धारित फीस से पांच सौ रूपए ज्यादा वसूलने की बात पर विभाग में छात्रों को बताया गया कि उन्हें बेहतर मेटेरियल उपलब्ध कराने के लिए पैसे लिए जा रहे थे।

छात्र संगठनों ने कुलपति से की शिकायत

इस मामले को लेकर एनएसयूआई के विवि अध्यक्ष रविन्द्र कुमार रवि, शाहिद हुसैन आदि नेताओं ने विवि कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे को भी शिकायत की थी। किंतु उनके बाहर रहने के कारण प्रतिकुलपति प्रो. अवध किशोर राय को मामले से अवगत कराया। उन्होंने छात्रों की शिकायत पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

विभाग से पूछा स्पष्टीकरण

सूत्रों की मानें तो ज्यादा पैसे वसूलने की शिकायत के बाद विवि ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए मामले की जानकारी विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार से मांगी गयी है। सूत्रों की मानें तो उन्होंने भी अपना पक्ष विवि में रख दिया है।

कई विभागों से मिल रही शिकायतें

सूत्रों की मानें तो टीएमबीयू के कई विभागों से इस प्रकार की शिकायतें आ रही है। जिसमें मैथोलॉजी कक्षा में ज्यादा पैसे विभाग के विकास के नाम पर वसूले जा रहे हैं। इसके बदले उन विभागों में अतिरिक्त रूपए के लिए किसी प्रकार की रसीद भी नहीं दी जाती है। किंतु पीएचडी में कोई तकनीकी पेंच ना फंसे इसके लिए वे भी टेबुल के नीचे से पैसा देने में परहेज नहीं करते।

अच्छे स्टडी मेटेरियल के लिए लिया ज्याद पैसे

इस संबंध में पीजी राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार ने बताया कि उन्होंने निर्धारित शुल्क से पांच सौ रूपए ज्यादा मैथोलॉजी कक्षा में छात्रों को बेहतर मेटेरियल उपलब्ध हो सके। इसके लिए छात्रों को रसीद भी दी गयी है।

नियम विरूद्ध पैसा नहीं वसूल सकती विभाग

प्रतिकुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने इस संबंध में बताया कि यूजीसी रेगुलेशन 2009 और राजभवन के आदेशानुसार कोई भी विभाग रिसर्च मैथोलॉजी के लिए दो हजार से ज्यादा रूपए किसी भी परिस्थिति में नहीं ले सकता है। यह नियम के बिल्कुल विरूद्ध है।


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