बाजार के डिमांड पर दे खेती को बढ़ावा : आयुक्त
भागलपुर। परंपरागत खेती से उपर उठाकर वैज्ञानिक तकनीक से किसानों को खेती करने के लिए प्र
भागलपुर। परंपरागत खेती से उपर उठाकर वैज्ञानिक तकनीक से किसानों को खेती करने के लिए प्रेरित करना कृषि विभाग की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी, ताकि कम लागत पर किसानों को बेहतर उत्पाद प्राप्त हो सके। उनके आमदनी का नया द्वार खुल सके।
बुधवार को संयुक्त कृषि भवन तिलकामांझी में आयोजित प्रमंडल सह जिलास्तरीय खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार को सशक्त बनाने की जरूरत है। इनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे किसानों की मर्म को समझें। उन्हें बाजार के डिमांड के आधार पर खेती करने का गुर सीखाएं, तभी उन्हें अपने उत्पाद का बेहतर मूल्य मिल पाएगा और वे आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकेंगे।
कतरनी के ब्रांडिंग पर बल
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि जिला कृषि विभाग एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति से जर्दालु आम की ब्रांडिंग कराने को कहा गया था। खुशी है कि इसके जीआइ का काम पूरा हो गया है। अब यह आम दुनिया में भागलपुर का परचम लहराएगा। इसी तरह से बांका-भागलपुर के कृषि अधिकारी कतरनी की ब्रांडिंग को आगे आएं। यह दो उत्पाद विश्व में भागलपुर की पहचान बनाएगा। जिससे सीधे किसान लाभान्वित होंगे और उनकी दशा-दिशा बदलेगी।
इस मौके पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कार्यशाला में उपस्थित कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकारों से सही लाभुकों का चयन कर निर्धारित समय में लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया। जानकारी देने वालों में जेडीए रतन कुमार भगत, नोडल पदाधिकारी विजेंद्र चौधरी, जेडीए मुख्यालय आदित्य राय, डीएओ एवं डीडीसी बांका सहित अन्य शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन जिला कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार झा ने किया। मौके पर बड़ी संख्या में बांका-भागलपुर के कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार उपस्थित थे।