जिले में बैंक बंदी का व्यापक असर
भागलपुर । यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले शुक्रवार को बैंककर्मियों ने कई
भागलपुर । यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले शुक्रवार को बैंककर्मियों ने कई जगहों पर धरना-प्रदर्शन किया। स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पर एसबीआइ स्टॉफ एसोसिएशन के उप महासचिव जयेश कुमार झा की अगुआई में बैंककर्मी दिन भर डटे रहे। यहां ऑफिसर्स एसोसिएशन के अरुण सिंह, प्रदीप कुमार रजक के अलावा प्रकाश मोहन मिश्रा, राजेश सिंह, अजय कुमार तिवारी, हेमंत तिवारी, मनीष कुमार आदि मौजूद थे।
इसी प्रकार बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा, आइडीबीआइ बैंक, बैंक ऑफ इंडिया/इलाहाबाद बैंक के आंचलिक कार्यालय पर बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों के स्थानीय यूनियन के नेताओं की अगुआई में धरना-प्रदर्शन किया गया। सभी धरना स्थलों पर बैंक यूनियंस के संयोजक अरविंद कुमार रामा, प्रशांत कुमार मिश्र, विशंभर दुबे, मनीष, गुंजेश, गुणवंत भगत, सोनू कुमार, नयन चौधरी आदि पहुंचे और धरना पर बैठे बैंकर्स का मनोबल बढ़ाया।
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भूंजा खाकर दिन भर डटे रहे बैंकर्स
सरकारी नीतियों खासकर श्रम कानून में प्रस्तावित संशोधन आदि के विरोध में बैंकर्स का विरोध चरम पर रहा। खासकर बैंकों के यूनियन से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुटता दिखाई। स्थिति यह थी कि धरना स्थल पर लोग भूंजा खाकर डटे रहे।
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..तो लंबी लड़ाई लड़ेंगे : प्रशांत
बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के सचिव प्रशांत मिश्रा ने कहा कि बंदी में एसबीआइ सहित सभी सरकारी और निजी क्षेत्रों के बैंकर्स शामिल हुए। इस दौरान सभी एटीएम भी बंद रहे। अगर सरकार श्रम कानून में प्रस्तावित संशोधन को वापस नहीं लेती है, बैंकिंग क्षेत्रों में विदेशी निवेश नहीं रोकती है, कर्जदारों पर शिकंजा कसने के लिए कड़े कानून नहीं बनाती है तो बैंक यूनियंस लंबी लड़ाई लड़ेंगे। सरकारी क्षेत्रों के बैंक ने देश के हर क्षेत्र के बुनियादी विकास का जरिया बने हैं। निजीकरण के बाद बैंक आम जनता से दूर होते चले जाएंगे। यह कारपोरेट जगत के चंगुल में फंस जाएगा। इसका विरोध जारी रहेगा।