गाडि़यां नहीं चलने से परेशान रहे यात्री
भागलपुर। पथ परिवहन एवं सुरक्षा विधेयक अधिनियम 2016 को वापस लेने सहित कई मांगों को लेकर सोमवार को परिवहन कर्मी, ऑटो, बस व ट्रक सहित सभी वाहन चालक राज्यव्यापी हड़ताल पर रहे। वाहन चालकों की हड़ताल के कारण सड़कों पर नहीं बराबर वाहन चले। ऑटो व टेंपो चालकों की हड़ताल के कारण जुगाड़ गाड़ी व टमटम का सहारा लोगों को लेना पड़ा।
भागलपुर। पथ परिवहन एवं सुरक्षा विधेयक अधिनियम 2016 को वापस लेने सहित कई मांगों को लेकर सोमवार को परिवहन कर्मी, ऑटो, बस व ट्रक सहित सभी वाहन चालक राज्यव्यापी हड़ताल पर रहे। वाहन चालकों की हड़ताल के कारण सड़कों पर नहीं बराबर वाहन चले। ऑटो व टेंपो चालकों की हड़ताल के कारण जुगाड़ गाड़ी व टमटम का सहारा लोगों को लेना पड़ा। ई-रिक्शा भी सड़कों पर नहीं के बराबर चले। इस कारण रिक्शा चालकों की चांदी रही।
देवघर, दुमका, गोड्डा, तारापुर, जमुई, बांका आदि जगहों के लिए बसें नहीं चलने के कारण लोगों को ट्रेन का इंतजार करना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर आम दिनों की तुलना में भारी भीड़ देखी गई। चालकों की हड़ताल के कारण सोमवार को कोयला डिपो बस स्टैंड पर लोकल चलने वाली बसें खड़ी रही। हालांकि बसों की रात्रि सेवा जारी रही। रांची, टाटा, बोकारो, कोलकाता, धनबाद, सिलीगुड़ी आदि जगहों के लिए बसें खुली।
निगम की बसों में रही भीड़
हड़ताल का बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों पर कोई असर नहीं पड़ा। सारी बसों का परिचालन निर्धारित समय के अनुसार हुई। सुबह आठ बजे के बाद देवघर, दुमका, गोड्डा, बांका, धोरैया, जमुई, तारापुर आदि जगहों के लिए बसें नहीं चलने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्री बस स्टैंड का चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें बता दिया गया कि बसें आज नहीं चलेगी। बस स्टैंड का चक्कर लगाने के बाद लोग ट्रेनों का पता लगाने स्टेशन पहुंचे। दुमका व देवघर जाने के लिए मात्र ट्रेन रहने के कारण यात्रियों को अपनी यात्रा रोक देनी पड़ी। जिला मोटर मजदूर संघ के अध्यक्ष हरि प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि पूरे दिन बसों का परिचालन नहीं हुआ। रात्रि सेवा बसों का परिचालन जारी रहा।
टमटम व जुगाड़ चालकों ने मनमानी वसूला किराया
जिला वाहन चालक यूनियन, ऑटो चालक मजदूर यूनियन व भागलपुर जिला ऑटो चालक मालिक संघ के आह्वान पर टेंपो व ऑटो चालक हड़ताल पर रहे। ऑटो व टेंपो का परिचालन नहीं होने से सबौर, नवगछिया, जगदीशपुर, नाथनगर से भागलपुर शहर आने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जरूरतमंद लोगों को यहां तक आने के लिए या तो जुगाड़ गाड़ी का सहारा लेना पड़ा या फिर टमटम का। टमटम चालकों ने भी परिवहन सेवा ठप होने का जमकर फायदा उठाया। नवगछिया से भागलपुर का किराया 30 से 40 रुपये तक वसूला गया। जुगाड़ गाड़ी चालकों ने भी कुछ इतनी ही राशि किराये के रूप में ली। शहर में भी ऑटो व टेंपो का परिचालन नहीं के बराबर हुआ। ई-रिक्शा भी कम संख्या में चले। जिसके कारण लोगों को रिक्शा का सहारा लेना पड़ा।
महिलाओं व बच्चों को पैदल यात्रा करनी पड़ी
रिक्शा चालकों ने भी यात्रियों से मनमाना किराया वसूला। सुल्तानगंज से आने वाले यात्रियों को ट्रेन के भरोसे ही रहना पड़ा। हजारों यात्रियों को पैदल ही गंतव्य स्थानों तक पहुंचना पड़ा। भारी झोला व बैग के कारण लोग पसीना-पसीना हो रहे थे। कई महिलाएं गोद में बच्चा व सिर पर पोटली लिए स्टेशन तक पहुंची। वाहनों के हड़ताल के कारण बाजारों में कम भीड़ रही। सड़कें खाली-खाली दिखाई दी। इक्का-दुक्का जगहों को छोड़कर कहीं भी जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। राशिद अली, मो. इसराइल, संतोष कुमार पांडेय, गौतम यादव आदि के नेतृत्व में चालकों ने जुलूस निकाला और स्टेशन चौक पर नुक्कड़ सभा किया।
ट्रकों की भी नहीं हुई आवाजाही
बिहार राज्य ट्रक चालक कल्याण संघ के आह्वान पर ट्रक चालक सोमवार को हड़ताल पर रहे। पथ परिवहन एवं सुरक्षा विधेयक 2016 को वापस लेने, ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी रजिस्ट्रेशन शुल्क, परमिट चार्ज में बढ़ोत्तरी व प्रतिदिन 50 रुपये की दर से जुर्माना लिए जाने के विरोध में ट्रक चालक हड़ताल पर रहे। हड़ताल का नेतृत्व दशरथ प्रसाद, मो. शाहजहां आदि कर रहे थे। हड़ताल को लेकर चालकों ने सुबह नौ बजे स्टेशन चौक से रैली निकालकर पूरे शहर का भ्रमण किया। इसके बाद स्टेशन चौक पर नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। चालकों के हड़ताल का समर्थन ट्रक ऑनर कल्याण समिति ने भी किया था। सचिव सफीर आलम ने बताया कि सोमवार को ट्रकों का परिचालन नहीं हुआ।