खुला आंगनबाड़ी केंद्र का ताला
भागलपुर। नाथनगर प्रखंड के गोसाईदासपुर पंचायत के हरिदासपुर के वार्ड-11 में बच्चों के शरीर से पोशा
भागलपुर। नाथनगर प्रखंड के गोसाईदासपुर पंचायत के हरिदासपुर के वार्ड-11 में बच्चों के शरीर से पोशाक उतरवाने के मामले की जांच को पहुंचे सदर के भूमि सुधार उप समाहर्ता सुबीर रंजन के सामने आंगनबाड़ी केंद्र बंद था। वहां एक ताला सेविका ने तथा दूसरा ग्रामीणों ने लगा दिया था। पोशाक विवाद में दो दिनों से बंद केंद्र को ग्रामीणों को समझाने बुझाने के बाद खुलवाया गया। डीसीएलआर ने बच्चे सहित अभिभावकों से बातचीत की और उनका बयान दर्ज किया। ग्रामीणों ने भी बताया कि सीडीपीओ ने अपने स्तर से नए कपड़े की व्यवस्था की थी। जांच में यह बात आई कि नए कपड़े उतरवा लिए गए थे। डीसीएलआर ने सभी पक्षों की बात सुनकर डीएम कार्यालय को रिपोर्ट दी है।
इसके पूर्व आइसीडीएस के डीपीओ ब्रज बिहारी शर्मा ने कहा कि वर्ष 2016 में इस केंद्र में नामांकित 40 बच्चों को पोशाक की राशि दी गई थी। इसकी राशि 250 रुपये प्रति बच्चा है। जांच में उन्हें यह बताया गया कि सभी बच्चों को पोशाक की राशि मिली और ड्रेस भी सिलवा लिया गया। शर्मा ने कहा कि कंफ्यूजन और नासमझी में यह मामला चर्चा में आ गया। उन्होंने कहा कि जो कपड़े दिए गए उसे लेना नहीं चाहिए। सीडीपीओ ने सीएम को दिखाने के लिए कुछ बच्चों को नए कपड़े दिए थे। वैसे वर्ष में एक बार ही सरकारी तौर पर कपड़े देने का नियम है। यह तो सीएम को दिखाने के लिए सीडीपीओ की व्यक्तिगत व्यवस्था थी। डीपीओ ने माना कि नासमझी में सेविका की यह ओछी हरकत है। मामला प्रकाश में आने के बाद डीएम ने दो सदस्यीय कमेटी बनाई थी। जिसमें सदर डीसीएलआर व आइसीडीएस डीपीओ को जांच की जिम्मेदारी दी गई। दोनों ने अलग-अलग जांच की है। पोशाक खुलवाने के विरोध में ग्रामीण गुस्से में हैं। पिछले तीन दिनों से केंद्र बंद था। सूत्रों ने दावा किया है कि मंगलवार से केंद्र का संचालन सामान्य होगा।