निहत्थों पर बर्बर हुई पुलिस
भागलपुर । अपने हक के लिए डीएम ऑफिस के समक्ष आंदोलन करने वाले निहत्थे, गरीब और लाचार लोगों को पुलिस न
भागलपुर । अपने हक के लिए डीएम ऑफिस के समक्ष आंदोलन करने वाले निहत्थे, गरीब और लाचार लोगों को पुलिस ने गुरुवार को बर्बरतापूर्वक लाठी, बंदूक के कुंदे से बुरी तरह पीटा। मारते समय पुलिस को इस बात का ख्याल नहीं रहा कि आंदोलन में बच्चे, औरतें और बूढ़े हैं। पुलिस ने मारते समय बेरहमी की हद पार कर दी। अपराधियों और जानवरों की भांति निहत्थे लोगों पर पुलिस की लाठियां बरस रही थी। हालांकि आंदोलनकारियों ने भी नियम तोड़ आक्रोशित होकर डीएम कार्यालय में घुसने का प्रयास किया था।
लाठी लगने के बाद चिल्लाते हुए गिर रही थी महिलाएं
पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां हंगामें के दौरान जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। गाड़ियों से बूटधारी जवानों ने उतरते ही आव देखा ना ताव निहत्थे लोगों को लाठियां भांजना शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाओं और बूढ़े लोगों को बुरी तरह घसीटते हुए पुलिस ने गेट के बाहर किया। इस कड़कड़ाती ठंड में पुलिस की लाठियां लगते ही लोग गिर रहे थे। पुलिस द्वारा खदेड़े जाने के बाद महिलाएं, बच्चे और पुरूष बदहवास इधर-उधर भाग रहे थे। खदेड़े जाने के बाद इधर-उधर लोगों को गर्म कपड़े और चप्पल जूते बिखरे हुए थे। उग्र भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस का विभत्स चेहरा गुरूवार को डीएम ऑफिस में देखने को मिला।
घायल महिला को ले जाने वालों को भी नहीं बख्शा पुलिस ने
पुलिस की पिटाई और भगदड़ में घायल महिलाओं और बूढ़े लोगों को गोद में उठाकर ले जाने वाले लोगों को भी पुलिस ने नहीं बख्शा। बूढ़ी महिला को घायल हालत में एक व्यक्ति ने गोद में उठाकर ले जाने की कोशिश की किंतु पुलिस ने उसके शरीर पर भी जमकर लाठियां चलायी। फिर भी उसने घायल महिला को एबुंलेंस तक पहुंचा दिया। पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई को लेकर आंदोलन कारियों में काफी आक्रोश है। भारी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने के बाद वे लोग बैकफुट पर आए अन्यथा बड़ा मामला हो सकता था।