फूलों की व्यावसायिक खेती से होगी आर्थिक उन्नति
भागलपुर। फूलों की व्यवासायिक खेती से आर्थिक उन्नति हो सकती है। बाजार में बढ़ती मांग के कारण यहां इसक
भागलपुर। फूलों की व्यवासायिक खेती से आर्थिक उन्नति हो सकती है। बाजार में बढ़ती मांग के कारण यहां इसकी विपणन की समस्या भी नहीं होगी। इसी कड़ी में मौसमी फूलों की व्यवासायिक खेती के लिए शुक्रवार को कृषि विज्ञान केंद्र सबौर में पांच दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ है। प्रशिक्षण में सबौर, पीरपैंती एवं खरीक प्रखंड के करीब 20 युवा शिरकत कर रहे हैं।
प्रथम दिन प्रशिक्षण आयोजिका डॉ. ममता कुमारी ने गुलाब की वैज्ञानिक खेती व पौध तैयार करने का तरीका तथा गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए प्रबंधन की विस्तार से जानकारी दी। प्रायोगिक सत्र के दौरान गुलाब में बीजू पौध तैयार कर उसकी कलम बांधने के बारे में भी बताया। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के पॉली हाउस में गुलाब सहित आर्किड फूलों की हो रही खेती के बारे में भी वैज्ञानिक जानकारी दी। उन्होंने युवाओं से कहा पांच दिनों के इस प्रशिक्षण में पूरी तन्मयता से भाग लें और प्राप्त ज्ञान को स्वरोजगार में लगाएं। इससे फूलों के लिए नया द्वार खुलेगा। स्थानीय बाजार में दिन प्रतिदिन फूलों की मांग बढ़ रही है। उत्पादन के बाद यहां विपणन की भी कोई समस्या नहीं होगी। प्रशिक्षण में अशोक, शैलेश, अमित, फूल कुमारी सहित अन्य भाग ले रहे हैं।