बंदियों के बीच डीएम के प्रतिनिधि बन पहुंचे डीडीसी, सुनी समस्या
भागलपुर। शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, आदर्श महिला कारा के अलावा विशेष केंद्रीय कारा में शुक्रवार
भागलपुर। शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, आदर्श महिला कारा के अलावा विशेष केंद्रीय कारा में शुक्रवार को पूर्व निर्धारित डीएम का जनता दरबार डीएम की अनुपस्थिति में डीडीसी अमित कुमार ने लगाया। डीएम आदेश तितरमारे का प्रतिनिधि बन गए डीडीसी ने बंदियों की समस्याएं सुनी और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी शिकायतों को वरीयता दे जल्द से जल्द निष्पादित कराएंगे। इस मौके पर जेल अधीक्षक नीरज कुमार झा के साथ डीडीसी शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, आदर्श महिला कारा और विशेष केंद्रीय कारा के दोनों खंड प्रथम और तृतीय खंड के बंदी वार्ड का मुआयना भी किया।
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बंदियों ने खुल कर रखी अपनी समस्याएं
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जेल में बंद बंदियों ने डीडीसी के समक्ष मुलाकाती नियम को लेकर होने वाली परेशानियों से निजात दिलाने की गुहार लगाई। बंदियों का कहना था कि मुलाकात करने उनके परिजन जब आते हैं तो एक जालीदार खिड़की के पास दर्जनों मुलाकाती अपने-अपने बंदियों से बातचीत करते हैं। कौन किससे क्या बात करता है जाली लगी खिड़की के अंदर मौजूद बंदियों को ना तो सही से सुनाई देता है ना ही कोई समझ पाता है। कुछ देर में ही उन्हें अंदर से वार्डन या कक्षपाल कब खींच कर खिड़की से हटा देगा पता भी नहीं चलता। परिहार का लाभ लेने की प्रतीक्षा वाले बंदियों ने डीडीसी से गुहार लगाई कि उनके परिहार के लाभ से जुड़ी रिपोर्ट के दौरान एसएसपी की ओर से आने वाली रिपोर्ट समय पर नहीं आती। कई माह से लंबित चली आ रही है। बंदियों ने खेल संबंधी सुविधाओं को लेकर भी सवाल खड़ा किया। बंदियों का कहना था कि बंदियों में कई ऐसे बंदी हैं जिनमें फुटबाल, बालीबाल, कबड्डी, कैरम, शतरंज आदि खेल की प्रतिभा है लेकिन उस अनुरूप उन्हें जेल के बंदी जीवन में सुविधाएं नहीं है। महिला बंदियों ने भी अपनी समस्याएं डीडीसी के समक्ष रखी। डीडीसी ने अपने समक्ष लाए गए बंदियों की समस्या का निराकरण कराने का आश्वासन बंदियों को दिया है।