कीड़ा युक्त पेयजल की आपूर्ति से पार्षदों में आक्रोश
भागलपुर । शहर में पेयजल संकट को लेकर पार्षदों के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। पैन इंडिया की कार्यशैली
भागलपुर । शहर में पेयजल संकट को लेकर पार्षदों के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। पैन इंडिया की कार्यशैली से नाराज पार्षदों ने एक के बाद एक बैठक कर अपनी आवाज बुलंद करने का प्रयास किया। आपात बैठक से लेकर आंदोलन भी पार्षदों ने किया। इसके बाद भी योजना धरातल पर नहीं उतर पाई। पैन इंडिया ने पार्षदों के आक्रोश को शांत करने के लिए दो किलोमीटर बिछाने के लिए पाइप गिरा दी। इसके बाद शेष 48 किलोमीटर पाइप नहीं गिराने से पार्षदों ने मोर्चा खोल रखा है।
पार्षद एकता मंच के संयोजक संजय सिन्हा ने बताया कि रविवार को नगर निगम कार्यालय में आपात बैठक बुलाई गई है। उपमहापौर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में पैन इंडिया के कायरें की समीक्षा की जाएगी। संजय सिन्हा ने कहा कि किसी भी सूरत में शहर की जनता को दूषित पानी का सेवन नहीं करने देंगे। गंगा के पानी के बदले लोगों को नाला का पानी सप्लाई किया जा रहा है। पानी में बदबू के कारण सेवन नहीं कर रहे हैं। गंगा का पानी इंटेकवेल तक लाने के बदले चंपा नदी का दूषित पानी लाया जा रहा है। सफाई के पानी में कीड़ा युक्त पानी पीने को लोग विवश हैं। कई बार शिकायतों के बाद भी पैन इंडिया द्वारा शुद्ध जलापूर्ति नहीं कराई जा रही है। समय सीमा के अंदर काम करने के बदले पैन इंडिया के अधिकार झूठा आश्वासन देने में व्यस्त है। जनता की योजना को धरातल पर उतारने के लिए पार्षद संकल्पित है। इसे उपेक्षित रखने वालों के खिलाफ पार्षद एकजुट है। शहरवासियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए पार्षद चुप नहीं बैठेंगे। शहर में पाइप बिछाने, जलमीनार बनाने और बरारी वाटर वर्क्स की क्षमता का विस्तार करना पार्षदों की प्रमुख मांग है।
पार्षदों का प्रमुख एजेंडा
- पैन इंडिया द्वारा कीड़ा युक्त जलापूर्ति
- पंप हाउस का मोटर जलने की
वैकल्पिक व्यवस्था
- सभी वार्डों में पाइप लाइन बिछाने
- पुराने जलमीनार को अविलंब चालू करना
- इंटेकवेल के वर्तमान क्षमता का विस्तार
- सभी पंप में 20-20 फीट अतिरिक्त पाइप जोड़ कर जलापूर्ति दुरुस्त करने