गरीब रथ का नहीं बढ़ा रैक, विलंब से यात्री परेशान
भागलपुर। गरीब रथ के यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसका मुख्य कारण ट्रेन का विल
भागलपुर। गरीब रथ के यात्रियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसका मुख्य कारण ट्रेन का विलंब से परिचालन होना है। एक रैक होने के कारण यह ट्रेन घंटों विलंब से चलती है। मंगलवार को भी यह ट्रेन 4.30 घंटे विलंब से दिल्ली के लिए रवाना हुई।
आनंद विहार-भागलपुर गरीब रथ सप्ताह में सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को आनंद विहार और मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को भागलपुर से खुलती है। रविवार को नहीं चलने के कारण गरीब रथ सोमवार को अपने निर्धारित समय पर आनंद विहार से भागलपुर के लिए खुलती है। इस ट्रेन को 18 घंटे में भागलपुर पहुंचना है और मंगलवार को पहुंचती भी थी लेकिन गुरुवार व शनिवार को गरीब रथ देर से आती है इसलिए यहां से देर से खुलती है। हाल के महीनों में यह ट्रेन मंगलवार को भी विलंब से पहुंच रही है। पिछले मंगलवार को शाम साढ़े चार बजे यह ट्रेन भागलपुर पहुंची और शाम छह बजे आनंद विहार के लिए रवाना हुई। इस ट्रेन के भागलपुर पहुंचने का सही समय सुबह 10.30 बजे व खुलने का दोपहर डेढ़ बजे है। मंगलवार को विलंब से चलने के कारण गुरुवार को इसके काफी विलंब से चलने की संभावना है।
पूर्व रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक ने पिछले वर्ष कहा था कि दिसंबर तक गरीब रथ का दूसरा रैक आ जाएगा। पूर्व रेलवे प्रबंधक लगातार रैक बढ़ाने का मामला रेलवे बोर्ड में उठाता रहा है। लेकिन रैक बढ़ाया नहीं जा सका है। मालूम हो कि गरीब रथ दिल्ली रेल मंडल की ट्रेन है और इसका रखरखाव दिल्ली में होता है। भागलपुर स्टेशन पर सिर्फ इसकी सफाई होती है।
नहीं हो पा रही साफ-सफाई
आनंद विहार-भागलपुर गरीब रथ के प्लेटफॉर्म पर लगते ही एसी की हवा खाने के लिए स्थानीय लोग सवार हो जाते हैं। इस बात का खुलासा गुरुवार को उस समय हुआ, जब रेलवे के दर्जनभर अधिकारी सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे। सफाई नहीं होने की शिकायत के बाद कोचिंग डिपो ऑफिसर सन्नी विश्वजीत व एरिया मैनेजर आलोक कुमार के नेतृत्व में रेलवे अधिकारी गरीब रथ को देखने पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने देखा कि सारी बोगियों में गंदगी भरी पड़ी थी। ट्रेन में बेटिकट दर्जनों लोग एसी का मजा ले रहे थे। कोई भोजन कर रहा था, तो कोई शौचालय में। कई लोग नींद ले रहे थे। साथ ही ट्रेन के लगते ही कई यात्री भी ट्रेन में सवार हो गए थे। ऐसे लोगों को रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन से उतारा और आग्रह किया कि गरीब रथ लगने के आधा घंटा बाद ही यात्री ट्रेन में सवार हों, ताकि सफाईकर्मियो को ट्रेन की सफाई करने में परेशानियों का सामना करना नहीं पड़े। बेटिकट यात्रियों को वार्निग देकर छोड़ दिया गया। उनसे कहा गया कि दोबारा ट्रेन में सवार हुए तो जेल की हवा खानी पड़ेगी। मुख्य यार्ड मास्टर डीसी झा ने बताया कि ट्रेन के लगते ही यात्रियों के सवार होने के कारण सफाई ढंग से नहीं हो पाती है। सारी बोगियों में गंदगी रहती है। जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गंदगी की शिकायत भी यात्रियों द्वारा की जाती है।
साइड में तीन बर्थ होने से परेशानी :
गरीब रथ के कई बोगियों के साइड में तीन बर्थ होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में साइड में एक और बर्थ लगाने का निर्देश दिया गया था। उन्हीं के कार्यकाल में फिर गरीब रथ को छोड़कर अतिरिक्त बर्थ को हटा लिया। रेलवे बोर्ड को लगातार यात्रियों की परेशानी की सूचना मिलने के बाद भी तीसरे बर्थ को नहीं हटाया गया है।