35 घंटे के रखरखाव कार्यो बाद भी ब्रेक डाउन की समस्या बरकरार
भागलपुर । पांच दिन यानी 35 घंटे रखरखाव कार्य के बाद भी ब्रेक डाउन की समस्या बरकरार है। परिणाम घंटों
भागलपुर । पांच दिन यानी 35 घंटे रखरखाव कार्य के बाद भी ब्रेक डाउन की समस्या बरकरार है। परिणाम घंटों बिजली आपूर्ति बाधित। इसकी वजह से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रखरखाव कार्यो के बावजूद ब्रेक डाउन होने के कारण सिविल सर्जन व टीटीसी उपकेंद्र, तार टूटने से मायागंज उपकेंद्र का घंटों बिजली आपूर्ति बंद रही थी। जबकि इससे दो दिन पूर्व ही शाहजंगी में हाईटेंशन तार के टूटने से हबीबपुर व नाथनगर उपकेंद्र से जुड़े चार-पांच दर्जन इलाकों की बिजली आपूर्ति रातभर गुल रही थी।
ब्रेक डाउन की समस्या के समाधान के लिए एक सप्ताह पूर्व ही पांच दिन तक लगातार रखरखाव का कार्य किया गया। इसके लिए बीइडीसीपीएल द्वारा फीडरवार सात घंटे बिजली आपूर्ति बंद की गई।
रखरखाव के नाम पर केवल पेड़ों के टहनी की छंटाई का काम हुआ, लेकिन जर्जर व खराब विद्युत उपकरणों के बदलने का काम नहीं किया गया। इसका मुख्य कारण फंड का अभाव बताया जाता है। फंड के अभाव में विद्युत उपकरणों के नहीं बदलने से इस बार गर्मी में तार टूटने, जंपर कटने, पिन इंसूलेटर फटने जैसी समस्या खड़ी हो सकती है। इस बार गर्मी में लोगों को बिजली संकट से जूझना पड़ सकता है।
बीइडीसीपीएल के वरीय तकनीकी प्रबंधक अमित रंजन के अनुसार अधिकांश लोगों द्वारा बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है। सिर्फ नगर निगम के पास ही कंपनी की 20 करोड़ से अधिक का बिजली बिल बकाया है। खपत की तुलना में काफी कम बिल भुगतान होने के कारण फंड की कमी हो गई है। फंड के अभाव में तार, जंपर, इंसूलेटर आदि विद्युत उपकरण बदलना संभव नहीं है। बिल भुगतान की यही स्थिति रही तो इस बार गर्मी में बिजली संकट से जूझने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि नगर निगम ही बकाए बिल का भुगतान कर दे तो काफी पुराने व खराब विद्युत उपकरणों के बदलने का काम पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि हाल में कई जगहों में हाल ही में पुराने तारों को हटाकर कवर तार लगाए गए हैं।