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विधायक ने जो पैसे दिए, डीएसपी व पुलिस ने लूट लिए

भागलपुर । गोपलापुर से जदयू विधायक गोपाल मंडल के समर्थकों और मुख्यालय डीएसपी रामकृष्ण गुप्ता के बीच ह

By Edited By: Published: Fri, 27 Nov 2015 02:57 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2015 02:57 AM (IST)
विधायक ने जो पैसे दिए, डीएसपी व पुलिस ने लूट लिए

भागलपुर । गोपलापुर से जदयू विधायक गोपाल मंडल के समर्थकों और मुख्यालय डीएसपी रामकृष्ण गुप्ता के बीच हुए विवाद मामले गुरुवार को एक और कड़ी जुड़ी गई। गोपालपुर थाना क्षेत्र के अभिया निवासी राघवेद्र कुमार उर्फ मुन्ना कुमार मंडल ने डीएसपी रामकृष्ण गुप्ता के विरुद्ध नवगछिया व्यवहार न्यायालय में नालसीवाद दायर किया है। इसमें डीएसपी समेत पांच पुलिसकर्मियों पर 30 हजार लूटने और गंगा में फेंकने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है।

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नालसीवाद के अनुसार राघवेंद्र अपने साथियों के साथ विधायक गोपाल मंडल से मिलने गया था। इस दौरान इन लोगों ने विधायक दीपावली पर हुए नाट्य और अन्य कार्यक्रम में नहीं आने पर शिकायत की। विधायक ने पटना में रहने की बात कहते हुए नाटक मंचन में आए खर्च के रूप में उन्हें 25 हजार रुपये दिए। विधायक से मिलकर सभी समर्थक बोलेरो गाड़ी से भागलपुर से गोपालपुर लौट रहे थे। विक्रमशिला पुल पर नवगछिया की ओर से भागलपुर जा रहे डीएसपी मुख्यालय रामकृष्ण गुप्ता ने उनकी गाड़ी रोक दी, और साथी पुलिसकर्मियों को बोलेरो का पीछा करने का आदेश दिया। डीएसपी मुख्यालय सिविल ड्रेस में थे। वह बोलेरो चालक से गाली गलौज और मारपीट करने लगे। ड्राइवर गाड़ी पीछे कर रहा था कि ट्रक से टक्कर लगने से बंपर टूट गया। इसके बाद मुख्यालय डीएसपी ने हमलोगों को अपशब्द बोलते हुए अपने गार्ड को पीटने और गंगा में फेंकने का आदेश दिया। गार्ड की सहायता से डीएसपी उसे उठाकर गंगा में फेकने लगे। जाम में फंसे लोगों ने विरोध करते हुए डीएसपी को ऐसा करने से रोका। इसके बाद कई थानों की पुलिस बुलाई गई।

आरोप के मुताबिक मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को रायफल की बट से पीटा। फिर राघवेंद्र और पन्नालाल मंडल करे पकड़ जीरोमाइल आद्योगिक थाना ले गई। थाने में भी पुलिस व डीएसपी मुख्यालय ने मारपीट की। राघवेंद्र की जेब से विधायक द्वारा दिए 25 हजार रुपये के साथ ही कुल 10 हजार रुपये निकाल लिए। डीएसपी ने कहा गंगौता विधायक के बल पर कूदते हो बर्बाद कर देंगे। पुलिस पदाधिकारीयों से विचार विमर्श कर चार बजे बरारी थाना में लाकर बंद कर दिया। ठंड में कुछ ओढ़ने के लिए भी नही दिया। कहा की ठंड में हाजत में ही मर जायेगा। घटना की जानकारी मिलने पर विधायक के आने के बाद जबरदस्ती बाड पर हस्ताक्षर करवा कर छोड़ दिया।

वहीं, अभिया निवासी विलास मल्लिक ने भी नवगछिया न्यायालय में नालसीवाद कर डीएसपी मुख्यालय पर जाति सूचक गाली गलौज करते हुए मारपीट व जान से मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया हैं। न्यायालय ने दोनों मामले की सुनवाई करते हुए अपने स्तर से विचार करने का निर्णय लिया हैं।


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