देर रात हुई रास काली की प्राण प्रतिष्ठा
भागलपुर । कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बंगाली टोला में बुधवार देर रात रास काली की प्रतिमा स्थापित की
भागलपुर । कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बंगाली टोला में बुधवार देर रात रास काली की प्रतिमा स्थापित की गई। निशा रात्रि पूजा के बाद आज सुबह प्रतिमा को विसर्जित कर दिया गया।
यह पूजा नाथनगर बंगाली टोला में वर्षो से होती आ रही है। बंगाली समुदाय में इसका खास महत्व है। सुतारकांति सिन्हा और आशुतोष सिन्हा का परिवार इसे कई पुश्तों से मनाता आ रहा है।
प्रचलित है कथा
रासकाली को लेकर कथा प्रचलित है कि राधा-कृष्ण रास लीला में डूबे हुए थे। तभी राधा के परिवारवाले वहां पहुंच जाते हैं। उनसे बचने के लिए भगवान कृष्ण ने काली का रूप धारण कर लिया और राधा उनकी पूजा करने लगीं। यह देख राधा के परिवार वाले काफी खुश हुए। तब से इस काली की पूजा रास काली के रूप में होती आ रही है।
लगाया गया भोग
निशा रात्रि पूजा के बाद पुलाव सब्जी और पाठा बलि का भोग लगाया गया। पूजा-पाठ पुजारी खोखन आचार्या के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस दौरान
देवाशीष बनर्जी, भवेश यादव, लालटू बनर्जी, मिट्ठु आचार्या, बप्पा भट्टाचार्या, काकुली बनर्जी, पिंकू सिन्हा, दीपाली सिन्हा, दिप्ती सिन्हा समेत कई लोग मौजूद थे।