29 वर्षो से सबौर अशोक वाटिका मंदिर में मां दुर्गा की हो रही पूजा
इतिहास : सबौर छोटी हाट स्थित अशोक वाटिका दुर्गा मंदिर में बीते 29 वर्षो से श्रद्धालु शक्ति स्वरुपा म
इतिहास : सबौर छोटी हाट स्थित अशोक वाटिका दुर्गा मंदिर में बीते 29 वर्षो से श्रद्धालु शक्ति स्वरुपा मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर नेम निष्ठा के साथ करते आ रहे हैं। पूजा समिति के अध्यक्ष अर्जुन झा ने बताया कि गांव के ही स्व.तिलकधारी महतो को स्वप्न आया था कि छोटी हाट स्थित अशोक वृक्ष के नीचे दुर्गा की प्रतिमा स्थापित हो। लोग उनकी पूजा करें। फिर उन्होंने समाज के लोगों के साथ मिल कर इसकी पहल की और वर्ष 1986 में देवी की प्रतिमा स्थापित कर पूजन प्रारंभ कर दिया गया। इस कार्य को जीवंत बना लोगों आध्यात्म का जोत जगाने रखने का काम जयदेव मिश्र, स्व. जगदीश झा, अर्जुन झा, धनेश झा, स्व. केडीपांडेय, स्व. गंगा साह एवं स्व. विनय सहित अन्य लोगों ने किया था। आज भी समाज के पूजा नजदीक आते ही सक्रिय हो जाते हैं।
आस्था : इस मंदिर में स्थापित मां दुर्गा के प्रति लोगों की दिन प्रतिदिन आस्था बढ़ती गई। जहां देवी अशोक वृक्ष के नीच स्थापित होती थी आज वहां भक्तों की आस्था से आकर्षक मंदिर बन गया है। यहां दूर-दराज से मन्नतें मांगने आते हैं।
आयोजन : यहां पूजा का आयोजन भव्य तरीकों से किया जाता है। मंदिर को आकर्षक पंडाल के साथ दुल्हन की तरह सजाया जाता है। नौ दिनों तक मंदिर प्रागंण में अखंड संपुट पाठ का आयोजन होता है। सुबह-शाम श्रद्धालु देवी गीतों एवं भजनों के साथ मां की आरती उतारते हैं। सबौर प्रखंड के दर्जनभर गांवों से हजारों लोग यहां शिश नवाने आते हैं।