हैवीवेट पड़ गए भारी
भागलपुर [राहुल भारती]। हैवीवेट कारनामा भी हैवी टाइप करते हैं। सामने वाले दब जाए तो फिर निकलने का कोई
भागलपुर [राहुल भारती]। हैवीवेट कारनामा भी हैवी टाइप करते हैं। सामने वाले दब जाए तो फिर निकलने का कोई चांस नहीं है। पिछले बार ही सन्यास की घोषणा की थी। लेकिन बल्ला हाथ में जो थामे हैं तो फिर पारी समाप्ति की घोषणा ही नहीं कर रहे हैं। विपक्षी गेंद फेकते-फेकते थक गए हैं। अचानक मैदान में मोहतरमा को देखकर वे परेशान हुए। लगा कि अब पारी की समाप्ति निश्चित है। मोहतरमा भी पूरे रौ में नजर आ रही थी। वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होती जा रही थी। हैवीवेट के लगुए-भगुओं ने हवा का रूख भांप कर अपने साहब को अलर्ट किया। साहब का भी कान खड़ा हो गया। उन्होंने खुद मुआयना करना शुरू किया। पता चला कि मोहतरमा उन्हें सन्यास पर भेज ही देंगी। ऐसा उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं था। पिछली पारी में भी एक मोहतरमा उन्हें परेशान कर रही थीं जिन्हें उन्होंने सूझ-बूझ से रास्ते से हटा दिया। नए मोहतरमा को भी रास्ते से हटाना जरूरी था। उन्होंने तुरंत चमचों से चर्चा चलाना शुरू कर दिया कि मोहतरमा अब उनकी टीम में आ गई हैं। अब वे हैवीवेट के विरुद्ध नहीं हैं। हवा फैलते ही लोगों ने मोहतरमा को छोड़ साहब की ओर ऐसा नजर इनायत किया कि उन्हें विश्वास हो गया कि अब जीत उनकी पक्की हो गई है। मोहतरमा के हाथ से खेल कैसे निकल गया उन्हें भी पता नहीं चला।