विजिलेंस के छापेमारी में बुकिंग क्लर्क के बैग से 60 हजार बरामद
भागलपुर । आरक्षण टिकट केंद्र, साधारण टिकट केंद्र समेत विभिन्न विभागों में पूर्व रेलवे के विजिलेंस ने
भागलपुर । आरक्षण टिकट केंद्र, साधारण टिकट केंद्र समेत विभिन्न विभागों में पूर्व रेलवे के विजिलेंस ने छापेमारी की। इस दौरान साधारण टिकट केंद्र के काउंटर संख्या एक के बुकिंग क्लर्क के बैग से हजारों रुपये तथा काउंटर से टिकट भी बरामद किया। हालांकि जांच के दौरान आरक्षण टिकट केंद्र में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं मिलने की बात बताई जा रही है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार सर्वप्रथम विजिलेंस की चार सदस्य टीम ने गुरुवार की देर रात साधारण टिकट केंद्र में छापेमारी की। इस दौरान काउंटर संख्या एक के बुकिंग क्लर्क आरके सिन्हा के बैग की विजिलेंस ने जांच की। उनके बैग से तकरीबन 45 हजार रुपये मिले। काउंटर संख्या एक से ही टिकटें भी विजिलेंस ने जब्त की। बुकिंग क्लर्क सिन्हा ने विजिलेंस पदाधिकारियों को बताया कि उनका पुत्र कोटा में पढ़ता है। पुत्र को भेजने के लिए ही बैंक से रुपये की निकासी की थी। चूंकि मुंगेर से आते हैं इसलिए निकासी के बाद वे घर नहीं लौटे और रुपये साथ लेकर ड्यूटी करने भागलपुर आ गया। जब्त टिकट के बारे में विजिलेंस को बताया गया कि टिकट वापस करने वाले लोगों को भुगतान कर दिया गया है। चूंकि तीन घंटे बाद वापस टिकट को मशीन नहीं लेता है इसलिए किसी टिकट पर रद अंकित नहीं हो सका। दलील सुनने के बाद विजिलेंस पदाधिकारियों ने बुकिंग क्लर्क को रुपये निकासी संबंधी सबूत पेश करने के लिए कहा गया। बैंक स्टेटमेंट दिखाने को कहा गया। वहीं बुकिंग सुपरवाइजर कैलाश साह को विजिलेंस पदाधिकारियों ने सभी बुकिंग क्लर्क का नाम समेत ड्यूटी समय सारणी उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
साधारण टिकट केंद्र के सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को बैंक स्टेटमेंट दिखाने के बाद तकरीबन 26 हजार रुपये विजिलेंस पदाधिकारियों द्वारा बुकिंग क्लर्क आरके सिंह को वापस कर दिया गया। शेष रकम बुकिंग क्लर्क को जमा करना होगा। अमरनाथ एक्सप्रेस के जब्त 15-16 टिकटों की पूर्व रेलवे के मुख्यालय कोलकाता में जांच होगी। गड़बड़ी पाने पर बुकिंग क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि ट्रेन खुलने के तीन घंटे बाद वापस टिकट को मशीन नहीं लेता है। इसलिए किसी टिकट में रद अंकित नहीं था। भागलपुर के अलावा कई अन्य स्टेशनों पर विजिलेंस ने छापेमारी की। आरपीएफ इंस्पेक्टर अनुपम कुमार ने बताया कि विजिलेंस पदाधिकारियों द्वारा किसी तरह का मामला दर्ज नहीं कराया गया है।