बच्चों का चरित्र निर्माण मां पर निर्भर
भागलपुर । बच्चों में चरित्र निर्माण में मां की भूमिका अह्म होती है। संस्कार एवं अनुशासन का पाठ मां ह
भागलपुर । बच्चों में चरित्र निर्माण में मां की भूमिका अह्म होती है। संस्कार एवं अनुशासन का पाठ मां ही बच्चों को पढ़ाती है। गुरुवार को आनंदराम ढांढंनियां सरस्वती विद्या मंदिर में मातृ गोष्ठी का उद्घाटन करते हुए अमरनाथ प्रसाद ने कहा।
बबिता ने कहा कि बच्चों के विकास के लिए माताओं को जागरूक रहना होगा। अमरनाथ ने कहा कि बालकों का सर्वागीन विकास आचार्य के साथ मां की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। माताओं को बच्चों की दिनचर्या पर ध्यान देना चाहिए। माताओं से यह भी अपील की गई कि वे मतदान अवश्य करें। क्योंकि इसी से लोकतंत्र मजबूत होता है। प्रकाश चंद्र ने माता की भूमिका पर चर्चा की। मंच संचालन रश्मि पाठक एवं धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य रवि शंकर पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर भारती, सुनिता गुप्ता, सुजाता, अशोक, जैनेन्द्र आदि उपस्थित थे।