Move to Jagran APP

अमित शाह के समक्ष एकजुट नहीं हो सकी भाजपा

भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता] भागलपुर में मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में राष्ट्रीय अध्यक्ष

By Edited By: Published: Wed, 07 Oct 2015 11:26 AM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2015 11:26 AM (IST)
अमित शाह के समक्ष एकजुट नहीं हो सकी भाजपा

भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता]

loksabha election banner

भागलपुर में मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में राष्ट्रीय अध्यक्ष आए। भाजपा की पहली सभा में अमित शाह ने अपने ही संगठन के विक्षुब्धों को चेता दिया कि पार्टी में किसी तरह की अनुशासनहीनता बर्दास्त नहीं की जाएगी। हालांकि अमित शाह की सभा को सफल कराने की जिम्मेदारी वैसे कार्यकर्ता ही निभा रहे थे, जो कुछ दिन पहले तक स्थानीय प्रत्याशी से नाराज चल रहे थे। विलंब से पहुंचने और रोसड़ा में दूसरा कार्यक्रम लगे होने के कारण स्थानीय होटल में अमित शाह अधिक समय तक नहीं बोले। समय का इतना अभाव था कि उनके आगमन के पूर्व औपचारिकता भी नहीं निभाई गई। वे खुद माइक थामकर लोगों को संबोधित करने में लग गए। भाजपा ने अमित शाह का कार्यक्रम तय कर एक तीर से दो निशाने लगाए। भागलपुर विधानसभा में पार्टी के किसी भी राष्ट्रीय नेता की मंगलवार को पहली सभा हुई जिसे विक्षुब्ध गुट के गढ़ बागवाड़ी में कराई गई। भाजपा यह मान रही है कि दक्षिणी खंड को ध्वस्त किए बिना जीत कठिन है, इसलिए अमित शाह को वहां उतारा गया। दूसरा वैश्य गुट के नाम पर राजनीति करने की वजह से भाजपा ने व्यवसायियों के साथ अपने अध्यक्ष को मिलाया। यह दोनों ही काम मतदाताओं को कम, विक्षुब्धों की किलाबंदी ध्वस्त करने के लिए अधिक किया गया था। भाजपा ने दो दिन पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सभा सैंडिस कंपाउंड में तय की थी। लेकिन वह सभा अंतिम समय में रद हो गई। बताया यह जा रहा है कि भीड़ नहीं जुटने की वजह से सभा रद हुई। जनसभा और रैली के मामले में बिहपुर ने कई बड़े दिग्गजों को उतारा है। गोपालपुर और पीरपैंती भी पीछे नहीं रहा है। इन सभी सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ रही है। बिहपुर और गोपालपुर में चुनाव प्रचार पहले दिन से आक्रमक है। उतनी आक्रमकता अभी तक भागलपुर विधानसभा में नहीं आई है। पूरे जिले में अब तक जितनी भी राजनीतिक सभाएं हुई हैं उसमें सबसे निचले पायदान पर भागलपुर ही है। हां, यहां मतदाताओं के बीच जनसंपर्क करने में भाजपा के नेताओं ने दिलेरी दिखाई है। सभा के फ्लाप करने में मौसम ने भी अपनी भागीदारी दिखाई है। भाजपा प्रत्याशी के नामांकन के दिन सुशील कुमार मोदी, रविशंकर प्रसाद और डॉ. सीपी ठाकुर आए थे लेकिन इनको मंच पर जाने का मौका ही नहीं लगा। अब स्थानीय भाजपा इकाई स्मृति ईरानी को लाने की कोशिश कर रही है। नौ को सुशील मोदी का रोड शो है। अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और राम कृपाल यादव भी थे लेकिन समयाभाव के कारण इन नेताओं को भी बोलने का मौका नहीं मिला।

सूत्र बताते हैं कि अमित शाह के निर्देश पर भाजपा के बड़े नेता पूर्व जिला अध्यक्ष नभय कुमार चौधरी, विजय सिंह प्रमुख और नरेश चंद्र मिश्र से मुलाकात करेंगे।

यह राजनीति का ही हिस्सा है। जिला अध्यक्ष अभय व‌र्म्मन के अनुसार, अभी विक्षुब्धों के घर वापसी की समय सीमा अभी समाप्त नहीं हुई है। उम्मीद बनी हुई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.