बिजली कटौती कर रुपये बचा रही बीईडीसीपीएल
भागलपुर । ऊर्जा सचिव से लेकर जिला पदाधिकारी तक कड़ी कार्रवाई की चेतावनी के बाद भी बिजली आपूर्ति में स
भागलपुर । ऊर्जा सचिव से लेकर जिला पदाधिकारी तक कड़ी कार्रवाई की चेतावनी के बाद भी बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हो सका है। घंटों बिजली कटौती जारी है। शनिवार को चार-पांच घंटे बिजली काटी गई। कभी तार टूटने, जंपर कटने तो कभी फेज उड़ने के नाम पर बिजली कटौती की गई। शाम में बिजली कटौती के कारण मुंदीचक, मेहदीचक, काटीज कंपाउंड, भीखनपुर, बरहपुरा, डिक्सन रोड, आरबीएसएस रोड, चर्च रोड समेत कई इलाका एक घंटे अंधेरे में डूबा रहा।
रखरखाव के नाम पर फ्रेंचाइजी कंपनी भागलपुर इलेक्ट्रीकल डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड यानी बीईडीसीपीएल अपनी झोली भरने में लगी हुई है। कंपनी के इस खेल में जहां सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लग रहा है, वहीं रोजाना घंटों बिजली कटौती से लोग भी परेशान हो रहे हैं। जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार कंपनी को भरपूर बिजली उपलब्ध करा रही है। कंपनी को आपूर्ति करने के लिए रोजाना 70 मेगावाट बिजली दी जा रही है। लेकिन कंपनी 50 मेगावाट भी खर्च नहीं कर पा रही। दरअसल, इसके पीछे ही सारा गोरखधंधा छुपा हुआ है। कंपनी अपनी कमाई बढ़ाने के लिए बिजली कटौती कर लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। पांच मेगावाट तक बिजली बचाने के कारण कंपनी को 50 हजार रुपये से भी अधिक की कमाई हो रही है। यही वजह है कि बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में बीईडीसीपीएल 33, 11 हजार व एलटी लाइन के रखरखाव का कार्य पिछले आठ महीने से कर रही है। टहनी छंटाई, तार, इंसूलेटर, जंफर आदि विद्युत उपकरण बदलने व तारों को कसने का कार्य रखरखाव में शामिल है। रखरखाव कार्यो के लिए पांच से 10 घंटे तक बिजली कटौती की जाती है। दरअसल रखरखाव कार्य के नाम पर घंटों बिजली कटौती के पीछे बीईडीसीपीएल सरकार और छह-सात लाख लोगों के साथ खेल खेल रही है। घंटों बिजली कटौती के पीछे कंपनी का मुख्य मकसद करोड़ों रुपये की बचत है। मसलन, किसी फीडर को यदि पांच घंटे बंद रखने पर पांच मेगावाट बिजली की खपत कम होगी। पांच मेगावाट बिजली कम उपयोग करने पर 25 हजार यूनिट कम खपत होती है। 25 हजार यूनिट कम खपत होने से एक दिन का बीईडीसीपीएल को 50 हजार रुपये से अधिक की बचत होगी। जितनी बिजली खपत होगी कंपनी सरकार को उतनी ही राशि भुगतान करेगी। सरकार से कंपनी को रियायत दर पर बिजली मिल रही है।