वार्डो की सफाई का बन रहा फोटोग्राफ
जागरण संवाददाता, भागलपुर : शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर आए दिनों नगर निगम की हो रही आलोचना के कारण अ
जागरण संवाददाता, भागलपुर : शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर आए दिनों नगर निगम की हो रही आलोचना के कारण अब निगम प्रशासन औचक कार्रवाई करते हुए वार्डो की सफाई का फोटोग्राफ तैयार कर रहा है। साथ ही सफाई में लापरवाही करने वाले कर्मियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
इस बाबत निगम अधिकारी विभिन्न वार्डो में जाकर स्वच्छता की कमी का जायजा ले रहे हैं और कर्मियों के कामकाज का अवलोकन भी कर रहे हैं।
बताते चलें कि यह निर्णय निगम प्रशासन ने राज्य सरकार से प्राप्त एक आदेश के बाद लिया है। विदित रहे कि गत 19 से 25 मई तक सूबे में स्वच्छ भारत सप्ताह मिशन चलाया गया। इस दौरान सरकार का निर्देश था कि नगर के प्रत्येक वार्ड में सफाई एवं शौचालय निर्माण को लेकर लोगों में जन जागरूकता लाएं एवं सफाई कार्यो में तेजी लाई जाए। बावजूद इसके कई वार्डो में सड़कों एवं नालियों की ढंग से सफाई नहीं हुई। इसके चलते संबंधित विभाग के प्रधान सचिव ने पत्र जारी कर नगर आयुक्त से शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर ठोस कदम उठाने पर बल दिया है।
सफाई को लेकर हिदायत :
1. नगर निगम क्षेत्र के सभी पथ एवं क्षेत्रों में निश्चित अंतराल पर झाड़ू लगाकर कूड़ा हटाने की व्यवस्था होनी चाहिए।
2. नगर की प्रमुख सड़कों व स्थानों पर प्रतिदिन सफाई होनी चाहिए।
3. जिन इलाकों में प्रतिदिन सफाई की आवश्यकता नहीं है, वहां दो दिन में एक बार सफाई होनी चाहिए।
4. सड़कों की सफाई व कूड़ा उठाने का काम प्रत्येक वार्ड में होना चाहिए -------
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शिकायत के बावजूद नहीं हो रही वार्ड की सफाई : रिजवाना खातून
नगर निगम के वार्ड पार्षद रिजवाना खातून ने आरोप लगाया है कि बार-बार नगर आयुक्त से शिकायत करने के बावजूद उनके वार्ड नंबर 40 में सफाई नहीं हो रही है। वार्ड पार्षद की शिकायत है कि सफाई नहीं होने से उनके वार्डवासियों को काफी परेशानी हो रही है। जबकि इस बाबत चार मर्तबा पत्र लिखकर शिकायत कर चुकी है।
उन्होंने आठ मई को शिकायत की। उसके बाद 15 मई को नगर आयुक्त से शिकायत की। 28 मई को शिकायत की और पुन: 29 को शिकायत कर रही हूं जबकि दो दिनों बाद शबे बरात भी है। उन्होंने बताया कि सफाई कार्य नहीं होने से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनके वार्ड की सफाई नहीं हुई तो फिर आंदोलन के रास्ते पर चलते हुए धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पडे़गा।