रेलवे में 44 श्रेणियों के पद हो जाएंगे एक
भागलपुर : रेलवे छठे वेतन आयोग के फैसले को लागू करने जा रहा है। इसमें ग्रुप डी के ग्रेड पे 1800 रुपय
भागलपुर : रेलवे छठे वेतन आयोग के फैसले को लागू करने जा रहा है। इसमें ग्रुप डी के ग्रेड पे 1800 रुपये में आने वाले 44 पदों को समाप्त कर एक पद में परिवर्तित किया जा रहा है। अब इन कर्मचारियों को एमटीएस (मल्टी टॉस्किंग स्टॉफ) के रूप में जाना जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की कई श्रेणियों को एक साथ मर्ज किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने इसको लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया है। जल्द ही नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
रेलवे ने दैनिक कामकाज का बड़ा हिस्सा पोर्टर, मार्कर, रिकार्ड शार्टर, क्लीनर, कुक, अटेंडेंट, चौकीदार, पानीवाला, सफाई वाला, चपरासी, जमादार, संदेश वाहक, प्वाइंट्स मैन, लीवर मैन, शंट मैन, गेट मैन, ट्रॉली मैन, हेल्पर, माली, धोबी, भिस्ती व कोच अटेंडेंट ही निपटाते हैं, लेकिन अब यह पदनाम इतिहास का हिस्सा बनने जा रहा है। छठे वेतन आयोग ने कर्मचारियों की चतुर्थ श्रेणी के पदनाम कर दिए थे। इनकी जगह ग्रेड पे 1800 रुपये में आने वाले पदों को एमटीएस का नया पदनाम दिया गया है। डीओपीटी के 2010 में जारी हुए आदेश के बाद ज्यादातर केंद्रीय विभागों में यह व्यवस्था लागू भी हो गई, लेकिन रेलवे में इस पर अमल नहीं हुआ था।
सूत्रों ने बताया कि नए वेतन आयोग की रिपोर्ट को लेकर चर्चाएं शुरू हुई तो रेलवे ने पुरानी योजना को लागू करने की फाइल आगे बढ़ाई। रेलवे बोर्ड के सचिव ने एआईआरएफ व एनएफआईआर के महासचिवों को बोर्ड के प्रस्ताव की जानकारी भेजी है। इसमें ग्रुप डी से 2550 से 3200 और 2750 से 4400 वेतनमान वाले पदों का मर्जर है। मौजूदा पदों में सीनियर और सहायक जैसी श्रेणियां भी हैं लेकिन एमटीएस में पदनाम के आगे कोई भी सीनियर, जूनियर या असिस्टेंट जैसे शब्द नहीं लगेंगे। एमटीएस नाम को रेलवे की पदों के मानकीकरण की कमेटी ने तय की है।