हटेंगे खराब प्रदर्शन वाले 10 सीओ , शोकॉज
जागरण संवाददाता, भागलपुर : भागलपुर जिले के अंचल अधिकारी सरकारी राजस्व वसूली के प्रति उदासीन हैं। बीत
जागरण संवाददाता, भागलपुर : भागलपुर जिले के अंचल अधिकारी सरकारी राजस्व वसूली के प्रति उदासीन हैं। बीते वित्तीय वर्ष की राजस्व समीक्षा में यह साबित हुआ है कि जिले के करीब दस अंचल अधिकारियों ने लक्ष्य से काफी कम उपलब्धि हासिल की है। इनका परफारमेंस 50 फीसद से कम रहा है। अंचलों में सीओ ही राजस्व अधिकारी माने जाते हैं। बीते वर्ष की जब चालू माह (अप्रैल) में समीक्षा हुई तो यह देखा गया कि 16 में दस सीओ ने मन लगाकर काम नहीं किया है। सरकारी राजस्व के बदले अपना राजस्व बढ़ाने में लगे हैं। खराब परफारमेंस रहने पर इनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है और प्रदर्शन सुधारने की चेतावनी मिली है। कहा गया है कि इसी माह से राजस्व वसूली में लग जाएं। ऐसे अंचल अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि अगर ऐसी स्थिति आगे भी रही तो उनके एसीआर में यह लिखा जाएगा और विभागीय कार्यवाही होगी। इसके साथ ही जिले के दो दर्जन से अधिक राजस्व कर्मचारियों को भी चिह्नित किया गया है जिन्होंने राजस्व कम वसूले हैं।
मालूम हो कि खराब परफारमेंस और लापरवाही पर कहलगांव के अंचल अधिकारी हटाए जा चुके हैं। उन्हें पैतृक विभाग में भेज दिया गया है। पीरपैंती के सीओ पर प्रपत्र क गठित होने के बाद उनका दो वेतनवृद्धि काटने का निर्देश हुआ है। सीओ की लापरवाही तब दिख रही है जब सरकार राजस्व संग्रह पर अधिक ध्यान दे रही है। अपर समाहर्ता हरिशंकर प्रसाद ने कहा है कि लगान वसूली के लिए विशेष अभियान चल रहा है। भूमि सुधार विभाग ने सभी अंचलों में दखल देहानी और अभियान बसेरा कार्यक्रम शुरू किया है। इस अभियान को जिले में अपेक्षित सफलता नहीं मिल रही है। इसके लिए यह माना जा रहा है कि अंचल अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लगातार उदासीन हैं। जिला पदाधिकारी डॉ. वीरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा है कि प्रशासन ने आधा दर्जन से अधिक सीओ के कार्यों को चिह्नित किया है। ये अंचल अधिकारी न केवल राजस्व वसूली में पिछड़े हैं बल्कि राजस्व विभाग से संबंधित कार्यों के प्रति भी उदासीन हैं।
खराब परफारमेंस वाले अंचल
नाथनगर, सबौर, गोराडीह, सुल्तानगंज, शाहकुंड, कहलगांव, सन्हौला, बिहपुर, रंगरा और इस्माइलपुर।
'' खराब परफारमेंस वाले सीओ हटाए जाएंगे। सीओ के कार्यों की सूक्ष्म समीक्षा करने के बाद उन्हें चिह्नित कर लिया गया है। ''
डॉ. वीरेंद्र प्रसाद यादव, जिला पदाधिकारी, भागलपुर।