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एमएलसी कोटे के नहीं लगाए गए 28 गांवों में चापाकल

जागरण संवाददाता, भागलपुर : विभाग और ठेकेदार के बीच सामंजस्य के अभाव में विधान पार्षद (एमएलसी) कोटे

By Edited By: Published: Sun, 21 Dec 2014 02:01 AM (IST)Updated: Sun, 21 Dec 2014 02:01 AM (IST)
एमएलसी कोटे के नहीं लगाए गए 28 गांवों में चापाकल

जागरण संवाददाता, भागलपुर : विभाग और ठेकेदार के बीच सामंजस्य के अभाव में विधान पार्षद (एमएलसी) कोटे का जिले के 28 गांवों में चापाकल नहीं लगाए जा सके। हालांकि चापाकल नहीं लगाने पर विभाग द्वारा ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ठेका रद कर दुबारा टेंडर किया गया। कार्य में लापरवाही बरतने पर ठेकेदार का नाम काली सूची में डालने की अनुशंसा भी कई है।

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वित्तीय वर्ष 2012-13 व 2013-14 का विधान पार्षद मनोज यादव के कोटे से सबौर, बनगांव खुटाहा, डंडाबाजार समेत जिले के 28 जगहों पर चापाकल गाड़ने का ठेका अमर सिंह को मिला। ठेकेदार को चार माह के भीतर चापाकल गाड़ने का काम पूरा करना था। लेकिन, दस महीने बाद भी संवेदक ने चापाकल गाड़ने का काम पूरा नहीं किया। इसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा जिला अधिकारी व विभागीय अधिकारियों से की गई। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने पर विभाग द्वारा संवेदक अमर सिंह का ठेका रद कर अक्टूबर में सभी चापाकल लगाने का दुबारा टेंडर किया गया। ठेका अनामिका एजेंसी को मिला है। 28 चापाकल लगाने में 15 लाख रुपये से अधिक खर्च होंगे।

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कोट

अमर सिंह का ठेका रद कर दुबारा टेंडर किया गया। टेंडर अनामिका एजेंसी को मिला है। फरवरी तक कार्य पूरा करने का ठेकेदार को निर्देश दिया गया है। ठेकेदार अमर का नाम काली सूची में डालने की अनुशंसा की गई है।

रमणजी झा, कार्यपालक अभियंता, पीएचइडी विभाग, पूर्व क्षेत्र


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