बैंकों के विलय का विरोध करेगा फेडरेशन
जागरण संवाददाता, भागलपुर : अखिल भारतीय इलाहाबाद बैंक अफसर्स फेडरेशन (बिहार इकाई) एवं बिहार स्टेट इलाहाबाद बैंक स्टॉफ एसोसिएशन की संयुक्त सभा ने बैंकों के विलय की साजिश का विरोध किया है। संगठन ने भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित श्रम कानून में बदलाव की साजिश, पीजे नायक कमेटी की रिपोर्ट पर विरोध प्रदर्शित किया है।
रविवार को स्थानीय सीनेट हॉल में फेडरेशन व एसोसिएशन की संयुक्त सभा में बैंक के राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर के नेताओं ने पदाधिकारियों के कार्यदिवस तय करने, द्विपक्षीय समझौता सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। कहा गया कि इलाहाबाद बैंक एक मात्र बैंक है जिसने 150 वर्षों से देश की सेवा की है। इसके पूर्व सभा का उद्घाटन अध्यक्ष केएम मिश्रा, महासचिव गौड़ दास, अरविंद पोड़वाल, तपन सरकार, एस. घोषाल, शैबाल चौधरी, अरविंद कुमार रामा और एजीएम शंकर पांडा ने संयुक्त रूप से किया। अंध्यक्ष ने अपने संबोधन में बैकिंग उद्योग में पदाधिकारियों और कर्मचारियों की चिंता की चर्चा की। इस मौके पर भागलपुर जोन का गठन किया गया। जोनल अध्यक्ष बीसी दास और सचिव दीपक लाल चुने गए। इस सभा में डीके घोष, अनूप घोष, दिलीप झा सहित जिला कमेटी के सदस्य उपस्थित हुए। इस आयोजन की सफलता में
स्वागत समिति के सदस्य के नाते दीपक लाल, केके सिंह, अश्विनी कुमार दास, संजीव प्रसाद, अजय कुमार, तारकेश्वर घोष ने सहयोग किया। सभा में सिद्धार्थ घोषाल ने कहा कि हमारा द्विपक्षीय समझौता रहेगा। अपील किया गया कि एआईबीईए और एआईबीओए आपस में समन्वय कर संगठन को मजबूत बनाएं।