मरीज की मौत से गुस्साए परिजन ने जूनियर डॉक्टर को पीटा
जागरण संवाददाता, भागलपुर : जेएलएनएमसीएच में इलाजरत बेचन मंडल (40) की मंगलवार की सुबह मौत हो गई। इस पर उसके परिजन ने जमकर हंगामा मचाया। जूनियर डॉक्टर से मारपीट की। चिकित्सक कक्ष में घुसकर मेज-कुर्सियां पलट दीं। वहां मौजूद दो वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ बदसलूकी की। स्थिति बिगड़ते देख अस्पताल के सुरक्षा गार्डो ने बरारी थाने को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जल्द ही स्थिति नियंत्रित कर ली। मुंगेर के बरियारपुर के आशा टोला निवासी मनोज मंडल और विनोद मंडल को गिरफ्तार कर लिया। दोनों रिश्ते में मृतक के बहनोई हैं।
बेचन मुंगेर के बरियारपुर थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव निवासी बटेश्वर मंडल का पुत्र था। मुंगेर के सदर अस्पताल में चिकित्सारत था। वहां स्थिति बिगड़ने पर उसे भागलपुर लाया गया था। सोमवार की रात 11.55 बजे जेएलएनएमसीएच के आपातकालीन कक्ष में डॉ.केडी मंडल की यूनिट में भर्ती कराया गया था। यहां चिकित्सक ने उसकी नब्ज टटोली तो मिली नहीं। रक्तचाप भी दर्ज नहीं हो रहा था। यद्यपि शरीर गर्म था। इस पर डॉक्टरों ने उसे बेड संख्या एस-16 पर भर्ती कर दवाएं दी। मगर मंगलवार की सुबह छह बजे उसने दम तोड़ दिया। इस पर मनोज व विनोद उग्र हो गए। बेचन के उपचार में लगे जूनियर डॉक्टर अमित के साथ मारपीट की। डॉ. अमित को बचाने सुरक्षा गार्ड बनारसी यादव बीच में आया तो उसे भी पीट दिया। इस पर चिकित्सकों ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. रामचरित्र मंडल को मामले की जानकारी दी। कुछ ही देर में अन्य चिकित्सकों के साथ अस्पताल अधीक्षक भी आपातकालीन कक्ष में पहुंच गए। अस्पताल अधीक्षक के लिखित बयान पर बरारी थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
इस बाबत अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों का कहना था कि उन्होंने बेचन को बचाने का हरसंभव प्रयास किया। एक बारगी तो रक्तचाप का स्तर भी मिला। जो 90 था। मगर अफसोस हम मरीज को बचा नहीं सके।
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इनसेट-
डॉ. अमित की सूझबूझ से थमा बवाल
इमरजेंसी वार्ड में तैनात जूनियर डॉक्टर अमित ने मार खाने के बाद भी कुछ फर्लाग की दूरी पर अपने आवासों में मौजूद जूनियर डॉक्टरों को घटना की जानकारी नहीं दी। अन्यथा स्थिति काफी बिगड़ जाती। जिसे संभालना मुश्किल होता। सुबह सात बजे जब अन्य जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी में अपनी सेवा देने पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। वे डॉक्टर अमित से नाराज भी हुए। मगर अस्पताल अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत करा लिया। बरारी थानाध्यक्ष विजय चंद्र शर्मा ने अस्पताल का मुआयना किया। एहतियाती तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया।