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शहरवासियों को रूलाने लगा है प्याज

बेगूसराय । महंगाई के कारण लोगों की थाली से पहले ही दाल व सब्जी की मात्रा कम हो गई थी, ले

By Edited By: Updated: Sat, 22 Aug 2015 05:02 PM (IST)
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बेगूसराय । महंगाई के कारण लोगों की थाली से पहले ही दाल व सब्जी की मात्रा कम हो गई थी, लेकिन इन प्याज ने भी अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। लोगों को प्याज ने रूलाना शुरू कर दिया है। दो माह में प्याज की कीमत तीन गुणी से अधिक की वृद्धि हुई है। जून में प्याज 20 से 22 रुपये किलोग्राम मिल रहा था वह अब शहर में 60 से 65 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा है।

बिना प्याज की बन रही है सब्जी :

आज सब्जी चाहे घर में बनाएं या होटल से लें प्याज की कीमत का असर हर जगह दिख रहा है। सुनील कुमार, नवल कुमार उर्फ पंकज, मॉन्टी कुमार ने बताया कि आज होटल के सलाद में प्याज नदारत दिखने लगा है। वहीं चिकेन व मटन, अंडा कढ़ी, आमलेट तक प्याज की कमी के कारण वह स्वाद नहीं मिल पा रहा है जो कुछ माह पूर्व मिला करता था। पूछने पर होटल संचालक प्याज की महंगाई का रोना रोकर अपनी पल्लू झाड़ ले रहे हैं। प्याज की कीमत से महिलाएं भी परेशान

प्याज की कीमत से सबसे ज्यादा गृहणी परेशान हैं। स्वर्णलता देवी, प्रभा कुमारी, शिक्षिका पूनम कुमारी, ¨सकी कुमारी कहना है कि बिना प्याज दिए सब्जी या अन्य कुछ बनाने का मन ही नहीं करता है। कीमत बढ़ने के बाद भी सब्जी में प्याज डालना मजबूरी है। इसके कारण घर का बजट गड़बड़ा गया है।

ऐसे कम करें प्याज की खपत -

गृहणियों ने कहा कि प्याज के बिना भी बनने वाली कई सब्जियों को काफी जायकेदार बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि लौकी (कद्दु), बंद गोभी (पत्ता गोभी), बेसन की कढ़ी-बड़ी, नेनुआं (¨झगा), विभिन्न प्रकार हरी पत्तियों वाली साग आदि का प्रयोग अधिक करें। इन सब्जियों में जहां प्याज की आवश्यकता न के बराबर होती है जो सेहत के लिए भी बेहतर विकल्प है। होटलों में प्याज के विकल्प के रूप में पत्ता गोभी का प्रयोग किया जाता है।

मांग की पूर्ति नहीं होने से बढ़ रही कीमत : आलू प्याज के थॉक व्यवसायी विशुनदेव साह, संतोष कुमार साह ने प्याज की बढ़ती कीमत के संबंध में बताया कि जिले में प्याज मांग के अनुसार पूर्ति हो पा रहा है। कुछ दिनों से लगातार वर्षा होने से भी प्याज नहीं आ रहा है। वर्षा के कारण प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है।