सुदूर देहात में लोकगाथा उत्सव
बेगूसराय। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर सुदूर देहात में इस तरह'रंगमंच'का सजना व देखने उ
बेगूसराय। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर सुदूर देहात में इस तरह'रंगमंच'का सजना व देखने उमड़े हजारों की भीड़ रोमांचित कर रही है। लोकगाथा की प्रस्तुति गांवों के आदर्श पुरुषों से सीधे दर्शकों को जोड़ रही है। उक्त बातें जिला परिषद अध्यक्ष रवींद्र चौधरी ने प्रखंड के एकंबा पंचायत के डीही ग्राम में आयोजित दो दिवसीय लोकगाथा सह लोक नाटक उत्सव के उदघाटन के बाद दर्शकों को संबोधित करते हुए कहीं।
कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के सहयोग से'हुंकार'साहेबपुर कमाल द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पार्षद प्रेमलता देवी ने बाबा कारू खिरहर, राजा गोपीचंद की कथा को सुनकर दर्शकों से उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की बात कही। उत्सव की शुरुआत लोक गायक रामदुलार यादव व साथी के द्वारा बाबा कारू खिरहर की गाथा गायन से हुई। गाथा के माध्यम से पशुओं, पशुपालक ग्रामीणों के सामंती शोषण के खिलाफ बाबा कारु खिरहर द्वारा लड़ी गई लड़ाई की सुंदर प्रस्तुति दी जा रही थी तो, दर्शक रोमांचित हो रहे थे। दूसरी प्रस्तुति लोक नाटक राजा गोपीचंद की रही। प्रतिभा लोक कला मंडली द्वारा प्रस्तुत राजा गोपीचंद के रूप में गजेंद्र यादव जब समाज, परिवार, रिश्तों से विरक्त हो मनुष्य को जानने हेतु अपनी पत्नी से भिक्षा मांगने के जीवंत अभिनय को देखा तो उपस्थित महिला दर्शकों के आंखों में आंसू आ गए। कुल मिलाकर पहले दिन दो विधा के दो बेजोड़ प्रस्तुति से दर्शक प्रसन्न दिख रहे थे। इससे पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रवींद्र चौधरी जिला पार्षद प्रेमलता देवी, पंसस मनोज पासवान द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जिला परिषद अध्यक्ष को हुंकार के सचिव मणिकांत गुप्ता द्वारा पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। वहीं लोक कलाओं का प्रसार-प्रचार राष्ट्रीय स्तर पर करने के लिए गजेंद्र प्रसाद यादव एवं रामदुलार यादव को जिला परिषद अध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया गया। मंच संचालन हरिशंकर गुप्ता ने किया। मौके पर अजय कुमार सुमन, ¨पटू कुमार, मुन्ना कुमार, राजेश कुमार, विनोद कुमार, राम उदगार यादव, महेंद्र पासवान आदि मौजूद थे।