सूर्यकांत और स्वामी सहजानंद की जयंती मनाई
शहीद सुखदेव समन्वय समिति द्वारा सर्वोदयनगर मोहल्ले में हिन्दी के प्रख्यात कवि सूर्यकांत त्रिपाठी एवं किसान आंदोलन के जनक स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती संयुक्त रूप से मनाई गई।
बेगूसराय। शहीद सुखदेव समन्वय समिति द्वारा सर्वोदयनगर मोहल्ले में हिन्दी के प्रख्यात कवि सूर्यकांत त्रिपाठी एवं किसान आंदोलन के जनक स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती संयुक्त रूप से मनाई गई जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार ¨सह ने की।
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजेंद्र राजन ने कहा कि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की जयंती बसंत पंचमी के दिन मनाने की परंपरा रही है। मगर उनकी कहानी संग्रह लिली में उनकी जन्मतिथि 21 फरवरी 1899 अंकित है। निराला हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक थे। जदयू नेता अब्दुल हलीम ने कहा कि निराला हिन्दी के मुक्त छंद के प्रवर्तक माने जाते थे। फिल्म अभिनेता अमीय कश्यप ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती और हिन्दी के महान कवि निराला की जयंती एक साथ मनाकर शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार ने एक मिसाल पेश की है। कांग्रेस नेता मुरलीधर मुरारी ने कहा कि दोनों महापुरुष थे। एक किसान के मसीहा तो दूसरे हिन्दी के मसीहा हैं। वार्ड पार्षद पूनम देवी के प्रतिनिधि शिवबालक ¨सह ने कहा कि इन दोनों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। मौके पर उपस्थित बुद्धिजीवियों ने दोनों महापुरुषों की तस्वीर पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा-सुमन अर्पित की। इस अवसर पर मो. निशाद आलम, सनीता देवी, अर्चना कुमारी, डॉ. एमएन रहमानी सहित अन्य मौजूद थे।