दुनिया के लिए चुनौती बनी विश्व शांति की कल्पना
बेगूसराय सदर : आज से वर्षों पूर्व राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह ने विश्वशांति को रेखांकित करते ह
बेगूसराय सदर : आज से वर्षों पूर्व राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह ने विश्वशांति को रेखांकित करते हुए उसे बड़ी चुनौती बताया था। आज वह बात सत्य सिद्ध हो रही है। उन्होंने उस वक्त ही महसूस कर लिया था कि विश्व में अशांति फैलाने वाले तेजी से बढ़ेंगे। यह बातें शुक्रवार को राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह दिनकर की 108वीं जयंती पर बीएमपी-8 के सभागार में जयते फाउंडेशन द्वारा आयोजित समारोह में राज्यपाल रामनाथ को¨वद ने कही। उन्होंने कहा कि मेरे यहां भी एक राष्ट्रकवि थे, मैथिली शरण गुप्त, जब पहली बार उनकी जन्मस्थली पर गया था, तभी से दूसरे राष्ट्रकवि दिनकर की धरती पर आने का सपना पनपने लगा, जो आज पूरा हो गया। गवर्नर ने आगे कहा कि जब मैं विश्वविद्यालय में दिनकर की कविताओं का भाव अर्थ लिखता पढ़ता था तभी मैंने महसूस किया कि उनकी कविताओं में भावनाओं और विचारों का समन्वय है। वे साहित्य के नही जनता के कवि थे। इस लिए जनता ने उन्हें राष्ट्रकवि का दर्जा दिया है। उन्होंने दिनकर की रचनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सोच में वो गहराई थी जिसे समझने के बाद ही सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके चाहने वालों की संख्या काफी तेजी के साथ बढ़ी।
राज्य सभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. सीपी ठाकुर ने कहा कि दिनकर के नाम पर बेगूसराय में एक विश्वविद्यालय की स्थापना होनी चाहिए। उन्होंने दिनकर को भारतरत्न देने की भी वकालत की। बेगूसराय के सांसद डा. भोला ¨सह ने कहा कि दिनकर किसी बात के गुलाम नहीं थे, गांधवादी न होने के बावजूद वह गांधी जी के करीबी थे। दिनकर आज भी प्रताड़ित हैं, क्योंकि अभी तक महामहिम जी दिनकर जी के नाम पर विश्वविद्यालय नहीं खुला है। बेगूसराय प्रज्जवलित आत्मा को छुपाए हुए है। समारोह की अध्यक्षता फाउंडेशन के महासचिव वंदन कुमार व मंच संचालन डा. राहुल कुमार व शारदा ¨सह तथा धन्यवाद ज्ञापन उपमेयर राजीव रंजन ने किया। कार्यक्रम को मेयर उपेंद्र प्रसाद ने भी संबोधित किया। मौके पर भागलपुर विवि के कुलपति डा. आरएस दूबे, प्रोवीसी डा. एके राय, लानामिवि हिन्दी विभाग के एचओडी डा. चन्द्रभानु प्रसाद ¨सह सहित अन्य ने दिनकर जी की चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर जिले के दो लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार अशांत भोला व जनकवि दीनानाथ सुमित्र को रश्मिरथी किताब देकर व चादर ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित किया गया। मौके पर विधायक रामदेव राय, जीडी कॉलेज ¨प्रसिपल डा. अवधेश कुमार ¨सह, डा. सुरेश प्रसाद राय, प्रो. कमलेश कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय कुमार ¨सह, साहित्यकार डा. भगवान प्रसाद सिन्हा, पूर्व विधायक श्रीकृष्ण ¨सह, लोजपा जिलाध्यक्ष प्रेम कुमार पासवान, दिलीप सिन्हा सहित दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे। इससे पूर्व राज्यपाल ने बीएमपी-8 कैंपस में स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा बीएमपी-8 के जवानों द्वारा दिए गए गार्ड आफ आनर को स्वीकार किया। उनके साथ जिलाधिकारी नौशाद यूसुफ, बीएमपी-8 के समादेष्टा सुधीर कुमार ¨सह सहित कई पुलिस पदाधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे।