भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है कृषि व पशुपालन : एमडी
(बेगूसराय) : भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि एवं पशुपालन है। उक्त बातें बरौनी डेयरी के प्रब
(बेगूसराय) : भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि एवं पशुपालन है। उक्त बातें बरौनी डेयरी के प्रबंध निदेशक एसआर मिश्रा ने सोमवार को आयोजित एक दिवसीय माइक्रो ट्रे¨नग सेंटर विश्वनाथ डेयरी एवं दुग्ध प्रक्षेत्र केशावे में प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहीं। कहा, बरौनी डेयरी द्वारा आनंद पद्धति पर दुग्ध सहकारी समितियों का गठन एवं दुग्ध संग्रहण प्रारंभ हुआ। जिससे उत्पादन में क्रांति आ गई। कहा, आज भारत विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया है। यहां अधिकांश पशु भूमिहिनों एवं छोटे किसानों द्वारा पाले जाते हैं। दुधारु पशुओं की संख्या भी विश्व स्तर पर भारत में सबसे ज्यादा है। परंतु, प्रति गाय या भैंस की उत्पादकता का आकलन करते हैं तो हम विश्व के सबसे कम उत्पादकता वाले देश में आते हैं। जिसके लिए आज माइक्रो ट्रे¨नग के माध्यम से लैब टू लैंड की जगह लैंड टू लैंड प्रशिक्षण पशुधारकों को दिया जा रहा है। ट्रे¨नग का उदघाटन एमडी एसआर मिश्रा ने किया। सभा की अध्यक्षता सभापति नवल ¨सह ने की। प्रशिक्षण संचालन राजनारायण ¨सह ने किया। मंच संचालन क्षेत्रीय प्रभारी गौरीशंकर ने किया। मौके पर मोहन मुरारी, शिवनाथ चौधरी आदि मौजूद थे।