शीतलहर से फसल हुई बर्बाद, किसान परेशान
बेगूसराय। प्रखंड क्षेत्र के किसानों को शीतलहर का इंतजार था। ताकि फसलों की अच्छी पैदावार मिले। इसके
बेगूसराय। प्रखंड क्षेत्र के किसानों को शीतलहर का इंतजार था। ताकि फसलों की अच्छी पैदावार मिले। इसके विपरीत शीतलहर के कारण तापमान इतना नीचे लुढ़क गया कि दो-तीन दिनों के अंदर बछवाड़ा प्रखंड के कई पंचायतों के किसानों पर मानो वज्रपात हो गया। विगत कई दिनों से लगातार तापमान गिरने से पाला के कारण फसलों को काफी क्षति पहुंची है। इस पाला के कारण झुलसा रोग का प्रकोप आलू, मक्का,राजमा, टमाटर, परबल और दूसरी सब्जी, सरसों तथा अन्य फसल को भारी नुकसान पहुंच रहा है। किसानों का मानना है कि अभी तो एक दो दिनों से सूर्य निकलने के बाद किसान का खेत बर्बाद होना शुरू ही हुआ है। ज्यों ज्यों धूप निकलेगी यह सब 75 से सौ फीसद तक नुकसान हो जाएगा। चिरंजीवीपुर के किसान रामानंद साह, संजीव चौधरी, विनय चौधरी, बालमुकंद यादव, मायानंद चौधरी, त्रिलोकी दास, मो. जमाल, श्यामदेव महतो, अनिल पासवान, रंजीत राय, फतेहा के विद्यानंद चौधरी, पंकज चौधरी, विवेक चौधरी, प्रेमकुमार चौधरी, रामनरेश चौधरी, सीताराम चौधरी, चंदन चौधरी समेत रसीदपुर, सुरो, दादुपुर, रानी आदि जगहों के दर्जनों किसानों ने बताया कि इलाके में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल शीतलहर से व पाला से बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि हमलोग खेती के लिए बैंक एवं महाजन से ब्याज पर कर्ज लेकर खेती किए। लेकिन शीतलहर के कारण फसल बर्बाद होने से किसानों की कमर टूट गई। सारा का सारा मेहनत बेकार हो गया। अब एक ही आस किसानों के लिए बची है। वह है सरकारी सहायता। इसके लिए किसान जनप्रतिनिधियों के पास अर्जी लगा रहे हैं। खेतों की वर्तमान स्थिति दिखाने के लिए सरकारी कर्मी और पदाधिकारियों की बाट जोह रहे हैं। मामले को लेकर किसानों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी से बात की है।
इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी अभय कुमार ने बताया कि शीतलहर के कारण किसानों के फसलों के नुकसान की जांच की जाएगी। जो किसान फसल बीमा कराए होंगे, उन्हें बीमा का लाभ दिया जाएगा। शेष किसानों के लिए वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया जाएगा।