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नहीं हुआ विकास, वोट बहिष्कार का ऐलान

बेगूसराय । अल्पसंख्यक बाहुल्य सिरसी गांव में शुक्रवार को त्यौहार सा माहौल था। सुबह को मस्जिद म

By Edited By: Published: Fri, 02 Oct 2015 07:07 PM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2015 07:07 PM (IST)

बेगूसराय । अल्पसंख्यक बाहुल्य सिरसी गांव में शुक्रवार को त्यौहार सा माहौल था। सुबह को मस्जिद में खुदा को सजदा कर निकले सैकडो़ं लोग हाथ में बैनर-पोस्टर लेकर सिरसी गांव आने वाली सभी सड़कों की नाकेबंदी कर मतदान बहिष्कार के पोस्टर से समूचे गांव को पाट दिया। ग्रामीण मुंशी शमी आलम, मोहम्मद जियाउद्दीन, मोहम्मद कमरुद्दीन, ऐजाज, इरशाद, जमशेद, सद्दाम हुसैन, सकीना खातून का कहना था कि इस गांव में 20 हजार की आबादी निवास करती है। 24 घंटे बिजली आपूर्ति कि बातों से बिल्कुल उलट 24 सेकेंड के लिए भी गांव में बिजली नहीँ आई है। आज भी गांव के लोग अंधेरों में जी रहे हैं। वहीँ मौजूद 90 वर्ष के मोहम्मद उस्मान का कहना है कि यहां 99 प्रतिशत मुसलमान की आबादी निवास करती है। विधायक से 50 बार ग्रामीणों ने बिजली लगाने की गुहार लगाई, कई बार आवेदन भी दिया। वोट बैंक के रुप में हमारा इस्तेमाल कर आदिम ढि़बरी युग में जीने को प्रतिनिधियों ने छोड़ दिया है। अल्पसंख्यकों की यह उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे। छात्रों की पढाई बाधित हो गई है। ग्रामीण का एकमत ऐलान था कि बिजली का बल्ब जब तक हमारे गांव में रोशन नहीँ होगा। तब तक किसी भी जनप्रतिनिधियों, नेताओं, वोट मांगने वाले प्रत्याशियों समेत किसी भी को गांव में घुसने नहीँ दिया जाएगा। वहीं 12 अक्टूबर को मतदान के दिन हमारे मतदान केंद्र पर एक भी मत नहीं डाला जाएगा। वही प्रत्याशियों का कडा़ प्रतिवाद भी किया जाएगा। ग्रामीणों ने हाथ में विधायक हाय हाय, हमारी मांगे पूरी करो, सिरसी के अल्पसंख्यकों पर रहम करो, बिजली नहीँ तो वोट नहीँ की तख्ती-बैनर ले नारेबाजी करते हुए समूचे गांव का भ्रमण किया। इस दौरान गांव में आवागमन एकदम ठप रहा।


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