Move to Jagran APP

बूढ़ी गंडक फिर डसने को तैयार

बेगूसराय। सर्पीली धारा के लिए पहचानी जाने वाली बूढ़ी गंडक नदी आठ साल बाद फिर से इलाके में

By Edited By: Published: Mon, 31 Aug 2015 08:38 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2015 08:38 PM (IST)
बूढ़ी गंडक फिर डसने को तैयार

बेगूसराय। सर्पीली धारा के लिए पहचानी जाने वाली बूढ़ी गंडक नदी आठ साल बाद फिर से इलाके में कहर बरपाने को तैयार है। रोज तटबंध टूटने की अफवाह से लोग दहशत में हैं। कारण है, अनुमंडल के दौलतपुर से नाव कोठी तक बाएं तटबंध में दर्जनों जगह गहरे'रेनकट'व सुराख का होना। इस पर रफ्तार से बढ़ता पानी तटबंध को झकझोर रहा है। रोज तटबंध का निरीक्षण व ठीक करने के दावों के बीच स्थित यथावत है। नदी खतरे के निशान से दो फीट ऊपर बह रही है।

loksabha election banner

तटबंध भगवान भरोसे : मंझौल अनुमंडल के खोदावंदपुर प्रखंड के दौलतपुर कोठी में प्रवेश कर 56 किलोमीटर की दूरी तय कर बखरी अनुमंडल के नावकोठी के बाद यह नदी खगड़िया में प्रवेश करती है। इस लंबे तटबंध के रख-रखाव का जिम्मा बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के अधीन है। इसके बाएं तटबंध में दौलतपुर, नरूल्लाहपूर, बेगमपूर, बाडा़, फफौत, मेघौल, बिदूलिया, आकोपूर, बसही, कोरजाना, बरियारपूर, विक्रमपुर, चेरिया बरियारपुर, मंझौल आदि जगहों पर एक से तीन फिट गहरे'रेनकट'बने हुए हैं। वहीं चूहा, गोह, शाही आदि ने कई जगहों पर बांध के आरपार सुराख भी कर दिया गया है। 56 में से 42 किलोमीटर तटबंध में यही हाल है।

दहशत में लोग : आठ साल शांत रहने के बाद बूढ़ी गंडक फिर अपने रौद्र रूप में आ गई है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नदी इलाके में दो फीट खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2007 के 31 अगस्त की देर रात बसही में 500 मीटर तटबंध ध्वस्त हो गई थी। दर्जनों लोगों की जान चली गई थी, कई लापता हो गए थे। सैकडो़ं एकड़ जमीन बंजर हो गई। जिले के समूचे उत्तरी भाग को अपनी चपेट में ले आधा समस्तीपुर जिला में एक माह तक कहर बरपाया था। लेकिन इस वर्ष जलग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बरसात के कारण नदी उफान पर है।

कहते हैं इलाके के लोग : मालपुर के सुभाष यादव मेघौल के हीरा ¨सह, दौलतपुर के मोहम्मद रउफ, बेगमपुर के कृष्ण कुमार झा आदि लोगों का कहना है कि पिछले पखवाड़े हुई वर्षा से बांध में कई जगह गहरे'रेनकट'हो गए हैं7 वहीं पानी बढ़ने से कटाव भी प्रारंभ हो गया है। इस स्थिति में पानी के और बढ़ने से इसका दवाब झेलने में तटबंध फेल हो जाएगा।

क्या कहते हैं सीओ : खोदाबंदपुर सीओ संतोष श्रीवास्तव, छौडा़ही सीओ बीरबल वरूण व चेरिया बरियारपुर सीओ का कहना है कि तटबंध की स्थिति की दैनिक रिपोर्ट भेजी जा रही है। बाढ़ पूर्व की सभी तैयारियां पूर्ण हैं। लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। लोगों को क्षेत्र में शांति बनाए रखना चाहिए।

क्या कहते हैं कार्यपालक अभियंता : बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल रोसड़ा के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि'रेनकट'भरने का काम प्रारंभ हो गया है। वर्षा होने से नदी में तेजी से पानी बढ़ रहा है। नदी खतरे के निशान से दो फीट ऊपर बह रही है। तटबंध सुरक्षित है। अधिकारी तटबंध के ऊपर कैम्प कर रहे है। तटबंध की सुरक्ष के लिए होमगार्ड के जवानों की भी तैनाती की गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.