जिले में लूट व अपहरण का ग्राफ बढ़ा
बेगूसराय। वर्ष 2014 के जनवरी से जून माह तक के अपराध आंकड़ों की तुलना में इस वर्ष लूट व अपहरण के मामल
बेगूसराय। वर्ष 2014 के जनवरी से जून माह तक के अपराध आंकड़ों की तुलना में इस वर्ष लूट व अपहरण के मामलों में वृद्धि हुई है, जबकि हत्या व दंगों की घटनाओं में कमी आई है। इस वर्ष फिरौती के लिए अपहरण की एक भी प्राथमिकी अभी तक दर्ज नहीं हुई है।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार गत वर्ष 2014 के जून माह तक 56 हत्याएं, आठ डकैती, 25 लूट, 61 गृहभेदन, 226 चोरी, 239 दंगा, चार गंभीर दंगा, 103 अपहरण, फिरौती के लिए दो अपहरण, दुष्कर्म की 14 , दहेज हत्या की 16 , आर्म्स एक्ट की 39 , एससी एसटी एक्ट के 75 , नक्सली वारदात दो तथा अन्य 411 अपराध दर्ज हुए। वहीं वर्ष 2015 के जून माह तक 49 हत्या, छह डकैती, 41 लूट, 65 गृहभेदन, 118 चोरी, 219 दंगा, तीन गंभीर दंगा, 117 अपहरण, 13 दुष्कर्म, 16 दहेज हत्या, 60 आर्म्स एक्ट, 71 एससी एसटी, एक नक्सली गतिविधि तथा 1925 विविध अपराध के मामले दर्ज किए गये हैं। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष लूट की घटना, गृहभेदन, अपहरण व आर्म्स एक्ट के मामले के आंकड़ों में वृद्धि देखी जा रही है। जिले में भले ही आपराधिक हत्याओं का दौर थमा है, परंतु भूमि विवाद या अन्य पारिवारिक विवाद में हो रही हत्याओं का क्रम बंद नहीं हो रहा है। हाल के दिनों में किसी न किसी कारण से आधा दर्जन से अधिक आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की भी हत्याएं हुई हैं। इधर कई चर्चित लूटकांडों का उद्भेदन करते हुए पुलिस ने 20 से अधिक लुटेरों को जेल की सलाखों के पीछे तो पहुंचा दिया, बावजूद इसके लूट की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं आंकड़ों पर गौर किया जाए तो जिले में नक्सली गतिविधियों में कमी आयी है, लेकिन जिला पुलिस मोटरसाइकिल चोरी की घटना को रोकने में भी अब तक असफल ही रही है। खास कर नगर थाना क्षेत्र में अमूमन प्रत्येक दिन कम से कम एक मोटरसाइकिल चोरी की घटना तो होती ही है।
वर्जन--
हत्या समेत कई तरह की आपराधिक घटनाओं में कमी आयी है। फिरौती आपितु शादी की नीयत से लड़कियों के अपहरण की घटनाएं बढ़ी हैं। कई लुटेरे गिरोह पकड़े जा चुके हैं। बचे खुचे भी जल्द पुलिस गिरफ्त में होंगे। लोगों की जागरूकता से ही मोटरसाइकिल चोरी की घटना रुक सकती है।
-मनोज कुमार, एसपी