राजनेताओं के आते ही सड़कें अतिक्रमण मुक्त,जाते ही..
जागरण संवाददाता, बेगूसराय : जिला में मुख्यमंत्री या अन्य किसी मंत्री के आगमन पर शहर की वैसी सड़कें भी
जागरण संवाददाता, बेगूसराय : जिला में मुख्यमंत्री या अन्य किसी मंत्री के आगमन पर शहर की वैसी सड़कें भी अतिक्रमणमुक्त हो जाती है, जिन पर आम दिनों में गाड़ियां चीटियों की तरह रेंगती नजर आती है। शहर की सड़कों पर अतिक्रमण नासूर बनता जा रहा है।
वहीं जिला प्रशासन व नगर निगम राजनेताओं के आगमन पर चुस्ती दिखाते हुए अतिक्रमणकारियों को खदेड़ देती है। परंतु, उनके जाने के पश्चात ही पुन: सड़कों पर बाजारें सज जाती है और जिला प्रशासन व नगर निगम मौन धारण कर लेती है। आखिर ऐसा क्यों होता है? यह सवाल बरबस लोगों के मन में उठता है। क्या जिला प्रशासन अथवा नगर निगम आम आदमी की समस्याओं से बेपरवाह है।
मुख्यमंत्री की गाड़ी रास्ते में कहीं अवरुद्ध न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने पनहांस से सिहमा तक जानेवाली सड़क को पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त करा दिया था। सड़कें काफी चौड़ी नजर आ रही थी और गाड़ियां सरपट दौड़ लगा रही थी। अतिक्रमण मुक्त होने से सड़कें सुंदर दिख रही थी। लेकिन, जैसे ही मुख्यमंत्री वापस गये फिर स्थिति जस की तस हो गई। ट्रैफिक चौक से कचहरी रोड तक फिर वही भीषण जाम लगने लगा। सड़क के दोनों ओर फिर से दुकानें सज गई।
इस बाबत नगर निगम के मेयर संजय कुमार सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसके लिए पूर्ण रूप से जिला प्रशासन दोषी है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय का आदेश है कि नगर निगम एक बार कहीं से भी अतिक्रमण हटवा सकती है। इसके बाद ध्यान रखना जिला प्रशासन का काम है। उन्होंने माना कि शहर की सड़कों पर अतिक्रमण होना प्रशासन की लापरवाही है।
वहीं इस बाबत एसपी मनोज कुमार ने कहा कि फुटपाथ पर दुकान लगाने को लेकर लोगों की विवशता है। उनकी रोजी-रोटी उससे चलती है। इनके लिए समुचित व्यवस्था करना नगर निगम का ही कार्य है। कहा, शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन व नगर निगम को मिलकर सकारात्मक पहल करना होगा।