'बिहार आगे बढ़ा है और बढ़ता रहेगा'
जागरण संवाददाता, बेगूसराय : सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यदि पहले ही संगठन के राजनैतिक व
जागरण संवाददाता, बेगूसराय : सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यदि पहले ही संगठन के राजनैतिक व सांगठनिक रूप से कमजोर होने का एहसास हुआ होता तो शायद लोकसभा चुनाव में जदयू को यह दिन नहीं देखना पड़ता। मंगलवार को संपर्क यात्रा सह राजनैतिक सम्मेलन में खुद नीतीश कुमार ने यह कबूल की।
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि मुझसे चूक हुई। सरकारी कार्य की व्यस्तता के कारण पार्टी संगठन व राजनैतिक मुद्दों पर विशेष ध्यान नहीं दे सका। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और लोगों से बात शुरू करने पर पता चला कि राजनीतिक बातों पर लोगों के बीच समय देना चाहिए था। हालांकि लोकसभा चुनाव के परिणाम को उन्होंने यूपीए सरकार के खिलाफ का एक वातावरण बताया। कहा, लोग परिवर्तन चाहते थे, इसीलिए भाजपा की सरकार बनी। भाजपा को बहुमत भले ही मिली, परंतु उसे मात्र 31 प्रतिशत वोट ही मिले। भाजपा को भ्रम पैदा करने वाली पार्टी बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को सजग और सचेत रहना चाहिए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा के झूठ का भंडाफोड़ करने की भी अपील की। कहा, लोकतंत्र में बोली चलती है, जुबान चलाइए। आश्वस्त किया कि केंद्र में किसी की भी सरकार हो, बिहार आगे बढ़ा है और बढ़ता रहेगा।