नीलगाय के उपद्रव से किसान परेशान
संवाद सूत्र, नावकोठी : प्रखंड के किसान नील गाय के आतंक से परेशान हैं। नावकोठी, चक्का, पीरनगर, डुमरिय
संवाद सूत्र, नावकोठी : प्रखंड के किसान नील गाय के आतंक से परेशान हैं। नावकोठी, चक्का, पीरनगर, डुमरिया, रजाकपुर, हसनपुर बागर आदि गांवों में नीलगाय का उपद्रव जारी है। नीलगाय झुंड में आकर खेत में प्रवेश कर फसलों को खाते भी हैं और रौंद का पूरी तरह से फसलों को बर्बाद कर देते हैं। किसानों का कहना है कि 2007 में आई बाढ़ के बाद नील गाय धीरे-धीरे इलाके में छा गया। धीरे-धीरे इसकी संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। गाय शब्द जुड़ जाने से एवं कानूनी दांव-पेंच से बचने के कारण लोग इसे मारना भी नहीं चाहते हैं। इलाके में एक दो नीलगाय ऐसा भी है जो सुनसान जगहों पर अकेले महिला पर जानलेवा हमला कर देते हैं। दर्जनों महिलाएं इसमें अबतक जख्मी हो चुकी हैं। पीरनगर में एक महिला की मौत भी हो चुकी है। इससे महिलाएं अब खेतों में काम करने से कतराती हैं।
किसान राजेश कुमार, महेश सिंह, सुलेमान मियां, अरुण सिंह, राम अनुज सिंह, मुन्ना सिंह आदि का कहना है कि ईख, मकई, रैंचा, मटर, पशुचारा आदि को नील गाय बर्बाद कर देता है। पिछले कई वर्षो से दर्जनों महिलाएं थाना परिसर में नील गाय के उपद्रव को लेकर प्रदर्शन भी कर चुकी हैं। इस बाबत प्रखंड के पदाधिकारियों से मिलकर इसके निराकरण की बात भी उठाई। चक मुजफ्फर के अवध पासवान, सुजीत राम, मुखिया मुक्ति नारायण सिंह, गणेश पोद्दार, प्रमुख मीना कुमारी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से किसानों एवं महिलाओं के हित में इस समस्या के निराकरण की मांग की है।