परचम बना आंचल, अवैध शराब कारोबारियों पर कसा नकेल
सुमन झा, बखरी : फरकिया की सीमा पर अवस्थित बखरी प्रखंड के बहुआरा गांव में शनिवार को जन कार्रवाई कर महिलाओं ने जहां दर्जनों अवैध शराब भठ्ठियों को ध्वस्त कर दिया, वहीं स्थानीय पुलिस प्रशासन की पोल भी खोलकर रख दी। सूत्रों की माने तो सीमावर्ती इलाके में पुलिस-प्रशासन और कुछेक सफेदपोशों के संरक्षण में अवैध शराब का धंधा वर्षो से फलफूल रहा है। बहुआरा इसका एक बड़ा केंद्र है। ग्रामीण महिलाओं की माने तो पुलिस-प्रशासन सूचना के बावजूद निष्क्रिय बनी रही। अवैध शराब कारोबार के कारण महिलाओं, बच्चियों का घरों से निकलना मुश्किल था। अधिकांश युवा शराब के आदी हो चुके हैं। महिलाओं ने बताया कि शराब भठ्ठियों के संचालकों को चेतावनी भी दी गई। परंतु, परिणाम ढाक का तीन पात निकला। ऐसे में खुद आगे आकर कार्रवाई करने के सिवा कोई चारा नहीं बचा था। फिलहाल शनिवार को महिलाओं द्वारा घरों से निकल कर शराब भठ्ठियों को ध्वस्त किए जाने बाद से अवैध कारोबारियों में दहशत है। चौक-चौराहों पर नशाबंदी के इस मुहिम की चर्चा है।
मालूम हो कि नशाबंदी को लेकर क्षेत्र में अभियान कई बार चलाए गए हैं, परंतु कुछ दिनों बाद स्थिति पूर्ववत हो जाती है। कुछ माह पूर्व राटन पंचायत में नशाबंदी को लेकर महिला दस्ता का गठन किया गया था। दस्ता में शामिल महिलाएं नशेड़ियों के ठिकानों पर पहुंच कर उन्हें खदेड़ने का काम करती थी। वहीं मोहनपुर पंचायत की महिलाओं ने भी सरकारी शराब दुकान खोले जाने का जबरदस्त विरोध किया था। परंतु, बात आगे नहीं बढ़ सकी। इधर बहुआरा की घटना बाद क्षेत्र के अन्य गांवों की महिलाएं शराबबंदी को लेकर संगठित हो रही है।
बहुआरा मुखिया रंजीत महतो, पंसस सुनीता देवी, प्रमुख रेशमी देवी, बखरी नगर निगम के मुख्य पार्षद कुमारी संगीता राय, दयामणि देवी, कामिनी देवी, बेबी केशरी, सूर्यकांत पासवान, जितेंद्र जीतू, सरोजनी भारती आदि ने महिलाओं द्वारा चलाए गए इस अभियान की प्रशंसा की है। कहा, जागरूकता का नया संदेश मिला है।
जबकि डीएसपी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ सक्रिय है। सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाती है।