जिप उपाध्यक्ष पद पर अंतिम क्षण तक बना रहा संस्पेंस
बांका। जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव को लेकर बांका की सियासत एक बार फिर सतह पर आ गई थी।
बांका। जिला परिषद अध्यक्ष चुनाव को लेकर बांका की सियासत एक बार फिर सतह पर आ गई थी। विधायक जैसे माननीयों की चुपके-चुपके हस्तक्षेप से इंकार नहीं किया जा सकता है। जबकि पूर्व विधायक पप्पू यादव की मौजूदगी सुनील कुमार के पक्ष में थी। इधर, अध्यक्ष के बाद सभी की नजरें उपाध्यक्ष पद पर टिकी थी।
चुनाव के पूर्व ही जिप अध्यक्ष पद के लिए सुनील कुमार का नाम साफ हो गया था। फिर भी अंतिम दिन तक अध्यक्ष पद के लिए दावेदार अपना दांव पेंच लगाने से नहीं चूक रहे थे। समाहरणालय में जब जिप सदस्यों की जमघट शुरू हुई तो, संभावना के अनुरूप ही माहौल सुनील कुमार पर जाकर सिमट गया। एमएलसी मनोज यादव की पत्नी सह जिप सदस्य ¨सपल देवी की अनुपस्थिति से मजबूत दावेदार की संख्या घट गई। इधर, फुल्लीडुमर उत्तरी जिप सदस्य कैलाश यादव ने भी माहौल के अनुरूप ही काम किया। उन्होंने ने भी अंतिम समय में खुद को समेट लिया। सूत्र की मानें तो कैलाश यादव खेमा से जिप सदस्य रफीक आलम दावेदारी ठोंकने वाले थे। परंतु वे भी हिम्मत नहीं जुटा पाए। लिहाजा, सुनील कुमार निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। परंतु शुरूआती दौर से ही जिप उपाध्यक्ष पद पर सस्पेंस कायम रहा। सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक अध्यक्ष जितेंद्र ¨सह की पत्नी सह अमरपुर से जिप सदस्य अर्चना ¨सह व बाराहाट जिप सदस्य विजय किशोर ¨सह के बीच चुनाव होना तय हो गया। जिप अध्यक्ष सुनील कुमार की मजबूती विजय कुमार के लिए मजबूत आधार था। अलबत्ता विजय ¨सह की भी जीत तय मानी जा रही थी। परंतु मतगणना के बाद पासा पलट गया। उपाध्यक्ष पद पर अर्चना जीत गई। ज्ञात हो कि विजय किशोर ¨सह ने बाराहाट दक्षिणी से पूर्व जिप उपाध्यक्ष नीलम ¨सह को पराजित किया था। तब से ही वे इस पद के लिए प्रबल दावेदार थे।