इस बार भी आठ दिनों का होगा वासंतिक नवरात्र
बांका। फाल्गुन में वासंतिक नवरात्र की तैयारी अभी से ही शुरू हो गयी है। भारतीय नववर्ष के प्रथम दिन 29
बांका। फाल्गुन में वासंतिक नवरात्र की तैयारी अभी से ही शुरू हो गयी है। भारतीय नववर्ष के प्रथम दिन 29 मार्च से वासंतिक नवरात्र शुरू हो रहा है जो पांच अप्रैल को रामनवमी तक चलेगा। विजयनगर दुर्गा समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग व ब्रज योग में देवी का आगमन होगा। इसी दिन कलश की स्थापना की जाएगी। इसी दिन 29 मार्च को विक्रम संवत 2074 की शुरुआत होगी। पांच अप्रैल को महानवमी के नवरात्र का अनुष्ठान पूरा होगा। साथ ही भगवान राम का भी जन्मोत्सव मनाया जायेगा।
--------------------
तीन वर्षो से आठ दिन का ही है योग :
पिछले तीन वर्षों से वासंतिक नवरात्र आठ दिनों का ही हो रहा है। इस बार नवरात्र में द्वितीया तिथि अक्षय होगी। नवरात्र व्रत का पारण उदया तिथि के अनुसार छह अप्रैल को किया जाएगा। नवरात्र नवमी तिथि पांच अप्रैल को 12:51 बजे तक है। इसलिए इसके पूर्व ही हवन कर लेना श्रेयष्कर होगा। इस बार बुधवार को मां जगदंबा का आगमन नौका पर हो रहा है। जिसका फल सर्वकल्याण व मंगलकारी है। वहीं, बुधवार को मां की विदाई हाथी पर होगी।
--------------------
बारिश के हैं अच्छे संकेत :
माता का आगमन नौका एवं विदाई हाथी पर होने से इस बार बारिश के अच्छे संकेत हैं। नवरात्र में प्रतिपदा तिथि सुबह 06:33 बजे तक ही है। इसके बाद अनुदया द्वितीया तिथि लग जाएगी। शास्त्रों के मुताबिक कलश स्थापना प्रतिपदा तिथि में ही होना चाहिए।
---------------------
ढ़ाकामोड़ की पूजा होगी ऐतिहासिक
ढ़ाकामोड़ दुर्गा मंदिर की पूजा ऐतिहासिक होगी। यहां पूर्व विधायक संजय यादव के नेतृत्व में कई तरह के आयोजन होते हैं। इस बार भी कलश शोभायात्रा आकर्षण का केन्द्र होगा।