अपने दोहन पर अभिशाप बनती है प्रकृति
बांका। क्षेत्र के लोकनाथ महाविद्यालय शाहपुर परिसर में शनिवार को अभिभावक संगोष्ठी आयोजित हुई। इस संगो
बांका। क्षेत्र के लोकनाथ महाविद्यालय शाहपुर परिसर में शनिवार को अभिभावक संगोष्ठी आयोजित हुई। इस संगोष्ठी में क्षेत्र के गणमान्य लोगों के अलावा कई बुद्धिजीवियों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिभावक प्रतिनिधि सदानंद मंडल ने की। संगोष्ठी में मुख्य रूप से महाविद्यालय के पठन पाठन के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सुझाव, विज्ञान वरदान या अभिशाप एवं प्रजातंत्र में नागरिक का कर्तव्य और अधिकार विषय पर परिचर्चा हुई। जिसमें पूर्व प्रमुख सत्येन्द्र पाण्डेय ने विज्ञान वरदान या अभिशाप विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि जब जब मानव प्रकृति का दोहन करेगा तब तब विज्ञान अभिशाप साबित हुआ है। जब भी इसका पोषण किया गया तब विज्ञान वरदान साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि विशेष ज्ञान ही विज्ञान है। इस विशेष ज्ञान का उपयोग मनुष्य हित में किया जाना चाहिए। वहीं भीखनपुर पैक्स अध्यक्ष श्रीनारायण शर्मा सलील ने प्रजातंत्र में नागरिक का अधिकार और कर्तव्य विषय पर कहा कि प्रजातंत्र में हम कर्तव्य से पीछे हट रहे हैं। इसलिए नागरिक कर्तव्य से पीछे हो रहे हैं। अगर प्रजातांत्रिक व्यवस्था में आस्था के साथ समाज की व्यवस्था से जुड़ जाये तो हमारा कर्तव्य ही स्वत: अधिकार हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा कि आज की प्रजातांत्रिक व्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है। देश आजाद होने के 68 साल बाद भी आज हमलोग आरक्षण, धर्म, संप्रदाय, अगडे़, पिछडे़ का दंश झेल रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप हम इस व्यवस्था में बंट जा रहे हैं। इसके कारण तंत्र आगे हो जाता है और प्रजा पीछे छूट जा रही है। इसे हम और आप झेलते हैं, जो शर्म का विषय है। इस अवसर पर प्राचार्य राजेन्द्र प्रसाद बैद्य, नागेश्वर राय, सर्वोत्तम कुमार, तेज नारायण मांझी, भागीरथ मांझी, सुरेश यादव, रंधीर प्रसाद कुशवाहा, महेन्द्र यादव, अनूप लाल यादव, जयकृष्ण यादव, कैलाश तांती, वीरेन्द्र मांझी, नकुल ¨सह, कुलदीप ¨सह, अरूण मंडल, कृष्णदेव कुमार, संजीव कुमार, नर¨सह मंडल, प्रमोद महतो, गोपाल कापरी, गणेश मंडल नंदकिशोर यादव, बनारसी कापरी, नारद यादव, योगेन्द्र शर्मा, रामफल चौधरी सहित क्षेत्र के विभिन्न गांवों से संगोष्ठी में उपस्थित बुद्धिजीवियों ने विचार व्यक्त किए।