नौ दिवसीय राम कथा महोत्सव संपन्न
बांका। पुराना बाजार पंजवारा स्थित शिव मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा महोत्सव का समापन सोमव
बांका। पुराना बाजार पंजवारा स्थित शिव मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय राम कथा महोत्सव का समापन सोमवार रात्रि काल में आयोजित प्रवचन की पाली में राम राज्याभिषेक की कथा के साथ हो गया। रामचरित मानस पर आधारित राम कथा में उपस्थित श्रद्धालु नित्य प्रति इस दौरान भाव विभोर होते रहे। प्रवचन के दौरान कथावाचक बक्सर के संत आचार्य रामानुज शरण जी उर्फ निर्मल बाबा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का अवतरण व यहां उनके जीवन लीला का आचरण प्रत्येक मानव के लिए प्रेरणास्त्रोत है। प्रवचन के नौ दिनों के दौरान उन्होंने विस्तारपूर्वक भगवान राम के जन्म की कथा से लेकर उनके बाल लीला, वनवास, सीता स्वयंवर, सीताराम विवाह, सीता हरण, राम रावण युद्ध,लंका दहन,के बाद सीता मैया संग अयोध्या वापसी के बाद राम राज्याभिषेक की कथा बड़े ही मनोहारी ढंग से सुनाया। विवाह प्रसंग में अयोध्या से आयी बारात तथा जनकपुर में उनके आवभगत के भांति भांति व्याख्यान का प्रसंग सुन श्रद्धालु भावविभोर हो गए। कथा श्रवण के लिए प्रतिदिन की पाली में हजारों श्रद्धालु कथास्थल पर जुटते रहे। कथावाचक ने कहा कि भगवान राम के जीवन चरित्र में राजसी जीवन से लेकर वनवास, सीता हरण, रावण बध जैसे प्रेरक प्रसंग हमें धर्माचारी बनकर सदाचार के मार्ग पर चलते हुए परोपकारी जीवन जीने का संदेश देता है। इसके अनुसरण से कोई भी मानव महामानव की श्रेणी मे आ सकता है। प्रतिदिन कथा उपरांत आरती के बाद श्रद्धालुओं के सहयोग से महाप्रसाद की व्यवस्था की गई थी।