जैसे-तैसे व्यवस्था के बीच चलने को विवश हो रहे कांवरिया
कांवरिया। प्रखंड क्षेत्र में कांवरियों को देनीवाली सभी सुविधाएं बद से बदतर हो गयी है। गोड़ियारी से झ
कांवरिया। प्रखंड क्षेत्र में कांवरियों को देनीवाली सभी सुविधाएं बद से बदतर हो गयी है। गोड़ियारी से झाझा तक कावरिया को कीचड़ भरे रास्ते से कई किलोमीटर चलना पडता है। जिसके कारण कई महिला और बालक कांवरिया किसी तरह गिरते पड़ते अपनी यात्रा पार करने को विवश है।
बिजली के नाम पर अभी तक तैयारी ही चल रही है । प्रशासन द्वारा कुछ जगहों पर बिजली के लिए जेनरेटर लगाया गया है। रविवार को जब स्थानीय सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने दुम्मा से पटनिया और झाझा तक के लिए जहा 10 बर्षो से बिजली नहीं थी । वहा बिजली विभाग के बुलावे पर बिजली चालू करना था। चालू भी हुआ पर जला सिर्फ एक ही बल्व। वो भी खानापूर्ति के लिए । एसडीओ के काफी फटकार के बाद विभाग ने किसी तरह एक बल्ब जला कर उद्घाटन किया। वहीं सांसद के जाते ही काम बन्द कर दिया गया । कावरिया पथ पर सबसे अधिक परेशानी चिकित्सा के लिए कावरिया को उठानी पड़ रही है कुछ कावरिया ने बताया कि झोलाझाप चिकित्सक के अलावा जख्मी पैर में पट्टी बांधने वाला कोई नहीं है । सरकारी सुविधा कुछ ही जगहो पर सीमित है। जिससे परेशानी हो रही है । गोड़ियारी में नदी से उपर होने वाले जगह पर फिसलन रहने से कावरिया को परेशानी हो रही है ।
ं रविवार को मंत्री लेसी सिंह , सासंद जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व सांसद पुतुल कुमारी, विधायक गिरिधारी यादव आदि ने कावरिया पथ का जायजा लिया। जगह -जगह लोगों ने हर तरह की समस्या सुनायी। पर कुछ नहीं मिला।