वर्षा व ओलावृष्टि ने किसानों को किया मायूस
जेएनएन बांका: तेज आंधी और वर्षा ने फसल के कारण शहर के कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न कर द
जेएनएन बांका: तेज आंधी और वर्षा ने फसल के कारण शहर के कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न कर दिया। गेहूं एवं खासकर आम के मंजर को काफी प्रभावित किया है।
अमरपुर: मुसलाधार बारिश के बीच भारी ओलावृष्टि से आम एवं गेंहूं एवं दलहन के फसल को भारी नुकसान हुआ। वहीं तेज आधी से क्षेत्र के कई गावों में काफी संख्या में फूस के छप्पर को हवा उडा़ ले गई। जबकि अमरपुर बस स्टैंड चौक के समीप तेज आधी में इमली का पेड़ उखड़कर सड़क के बीचोंबीच गिर जाने से करीब दो घटे तक अमरपुर बाका मुख्य मार्ग में वाहनों की आवाजाही बाधित रही। जिसे स्थानीय लोगों के मदद से मुख्य सड़क से हटाया गया। जबकि ओलावृष्टि से कई वाहनों के शीशे भी टूट गये।
महौता गाव के किसान शभू शर्मा, सुनील शर्मा, शकर शर्मा आदि ने बताया कि इस बेमौसम बारिस से जहाँ गेंहू के फसल सहित चना आदि फसलों को क्षति पहुंची है। इधर, बीएओ राजकुमार ने बताया कि बारिश एवं ओलावृष्टि से गेहूं के पके फसल एवं आमद के फसल पर आशिक असर पड़ा है।
वहीं वर्षा ने रेफरल अस्पताल के कुव्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। बारिश के पानी का समुचित निकाली की व्यवस्था नहीं होने से पूरा अस्पताल परिसर तालाब में तब्दील हो गया। जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मालूम हो कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा अस्पताल की हर मूलभूत समस्याओं को दूर करने पर्याप्त राशि दी जा रही हैं। लेकिन रोगी कल्याण समिति इन समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया। वहीं इस संबंध में भाजपा अंत्योदय प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार अस्पताल में मरीजों को अधिक से अधिक सुविधा हेतु पर्याप्त राशि मुहैया करा रही है। लेकिन स्थानीय पदाधिकारी मरीजों के हित के बजाय इस राशि को अन्य मदों में खर्च कर रही है। जो गलत है।
रजौन: वर्षा और ओला वृष्टि तेज हवा के साथ होने से रजौन बाजार सहित देहाती क्षेत्र के दर्जनों गावों में कई फूस व चदरा के घर को उजार कर फेक दिया है। ओला वृष्टि ने सिंहनान इलाके के लगायें गये सब्जी व तारबूज की खेती को भी क्षति पहुॅचा दिया है।
शभूगंज: ओला वृष्टि से मानव जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जिससे किसानों में मायूसी छा गयी है। किसान संजय पंजिकार, ललन पंजिकार, योगेन्द्र पाठक, प्रमोद झा सहित अन्य ने फसल क्षति की बात कहीं।