Move to Jagran APP

अपने ही घर में उपेक्षित हैं दो शहीद

अमरकांत मिश्रा, शंभूगंज (बांका) प्रखंड स्थित छत्रहार पंचायत के अमर शहीद विश्वनाथ सिंह एवं रामचुआ प

By Edited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 11:24 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jan 2015 04:33 AM (IST)
अपने ही घर में उपेक्षित हैं दो शहीद

अमरकांत मिश्रा, शंभूगंज (बांका)

loksabha election banner

प्रखंड स्थित छत्रहार पंचायत के अमर शहीद विश्वनाथ सिंह एवं रामचुआ पंचायत के शहीद महिपाल सिंह का नाम जिला प्रशासन के द्वारा जारी शहीदों की सूची में दर्ज नहीं है। दोनों वीर 15 फरवरी 1932 को मुंगेर जिला के तारापुर थाना में तिरंगा झडा फहराने में शहीद हो गए थे। वैसे मुंगेर मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक एवं तारापुर थाना के समीप शहीद स्मारक पर शहीद विश्वनाथ सिंह का नाम सबसे उपर अंकित है। जबकि अपने ही जिला में सम्मान से ऐसे वीर वंचित हैं। हां, शहीदों को सम्मान दिलाने में स्थानीय प्रशासन भी शिथिल है। इस संबंध में छत्रहार के मुखिया मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि पंचायत भवन के पास शहीद विश्वनाथ सिंह की प्रतिमा स्थापित की गयी है। जहां गणतंत्र या स्वतंत्रता दिवस पर या किसी भी प्रकार की बैठक के पूर्व उक्त शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने की परंपरा कायम है। स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई रूचि नहीं लिया जा रहा है जबकि पाच वर्ष पूर्व छत्रहार खेल मैदान पर शहीद विश्वनाथ सिंह के नाम पर भव्य क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था। जिसमें कई मंत्री व विधायक शामिल हुए थे।

ज्ञात हो कि तत्कालीन रेल राज्य मंत्री स्व दिग्विजय सिंह अक्सर खेल के दौरान यहां आते थे, लेकिन आज की स्थिति यह है कि प्रशासन उक्त शहीद को भूल गए हैं। प्रशासन की आड़ में बालू माफियों ने अवैध बालू उत्खनन कर खेल मैदान को चौपट कर दिया है। जरूरत है ऐसे शहीदों को सम्मान देने की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.