अब महिलाएं भी घर-घर बांटेंगी लोकतंत्र का मंत्र
जागरण संवाददाता, बांका : मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग का प्रयास लगातार जारी है। शिक्षक, सरकारी कर्मी, छात्र के बाद आयोग ने अब महिला स्वयं सहायता समूहों को भी इस अभियान में लगाने का निर्णय लिया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं समूह मे घर-घर जाकर लोगों से वोट डालने की अपील करेंगी। उन्हें एक-एक मत की ताकत समझाएंगी। उनके एक मत से देश की सरकार गढ़ने का मंत्र समझाएंगी। खास कर महिलाओं को मतदान के लिए तैयार करना उनकी पहली जिम्मेवारी होगी। गांवों में इसका अभियान चुनाव नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के साथ ही शुरू हो जाएगी। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए स्वयंसेवी संस्था कला जत्था और बच्चों के विभिन्न कार्यक्रमों का भी सहारा लेगी। इसके निमित्त उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में स्वीप के अधिकारियों और स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस मौके पर डीडीसी ने कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए शत प्रतिशत मतदान जरूरी है। चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रशासन इसके लिए हर कदम उठा रहा है। स्वीप कार्यक्रम के तहत शिक्षा विभाग और साक्षरता अभियान लगातार अभियान चला रही है। अब स्वयंसेवी संस्था की महिलाएं भी बढ़ चढ़ कर इसमें हिस्सा लेंगी। डीडीसी ने बताया कि बांका में बढ़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह गठित है। संबंधित एनजीओ के माध्यम से इसका काम पूरा कराया जाएगा।
योजना के मुताबिक समूह की महिलाओं को अभियान चलाने के लिए हर पंचायत में जिम्मेवारी दी जा चुकी है। महिला सामख्या को अभियान की विशेष जिम्मेवारी मिली है। इसके अलावा ग्राम वार्ता, नेहरू क्लब सहित कई एनजीओ इसमें सहयोग करेंगे। पहले चरण में काफी कम मतदान वाले चिन्हित 126 मतदान केंद्रों पर अभियान चलेगा। इसके बाद सभी मतदान केंद्रों पर इसका अभियान चलेगा। कस्तूरबा विद्यालय की लड़कियां अपने अभिभावकों के साथ बैठक कर उन्हें भी मतदान के लिए जागरूक करेगी। महिला समूह और एनजीओ के प्रतिनिधि भी अभिभावकों की इस बैठक में शरीक होकर मतदान प्रतिशत बढ़ाने की अपील करेंगे। बैठक में डीपीओ साक्षरता जर्नादन प्रसाद विश्वास, एसडीसी डीपी शाही, डीआरडीए के मनीष कुमार, साक्षरता के विजय कुमार दास, प्रभाकर यादव आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।