शौचालय विहीन गावों में महिलाओं की स्थिति बदतर
औरंगाबाद। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चलो चलें गाव की ओर कार्यक्रम के तहत मंगलवार को डिह
औरंगाबाद। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने चलो चलें गाव की ओर कार्यक्रम के तहत मंगलवार को डिहरा, अघौरा, लबदना, नवनेर और जमुनिया गाव का हाल जाना। नगर मंत्री रविशकर कुमार और दाउदनगर कालेज के अध्यक्ष आर्य अमर केसरी के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम ने दौरा किया। अघौरा लबदना का हाल जाना। गाव में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है और न ही शौचालय जिस कारण महिलाएं खुले में शौच करने को मजबूर हैं। नाली गली की स्थिति दयनीय है। नवनेर और जमुनियां का हाला जाना। यहा अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री सह बिहार प्रदेश के संगठन मंत्री निखिल रंजन और बिहार प्रांत के प्रदेश मंत्री दीपक कुमार भी पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया की लगभग 1200 की आबादी वाली जमुनियां गाव में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है गाव में अशिक्षा का माहौल है। मात्र 5 लोग ही यहा के सरकारी जाब में हैं। गाव के बच्चे लगभग 6 किलोमीटर दूर नवनेर पढ़ने जाते हैं। वर्षा के समय इसमें मुश्किल आता है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व यहां आम के पेड़ के नीचे बच्चों को पढ़ाया जाता था। गरीबों को इंदिरा आवास भी नही मिला है। गाव में एक भी शौचालय नहीं है। महिला भी खुले में शौच को मजबूर हैं। एक भी सरकारी चापाकल नहीं है। लगभग आठ घर पर एक चापाकल है। टीम में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सौरभ सिन्हा, शिवशकर कुमार, औरंगाबाद नगर मंत्री अमित गुप्ता, दाउदनगर नगर सहमंत्री चंदन कुमार, दीपक कुमार, सुमित भारती, सौरभ राजपूत, सोनू पांडेय, अमित कुमार, सतीश कुमार, नवल किशोर, अमित मिश्र, नीतेश कुमार, हिमाशु राज, मनीष यादव शामिल रहे।